Ajmer : राजस्थान के अजमेर में मकान बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करने के मामले में रामगंज थाना पुलिस ने सोमवार को पार्षद पति को गिरफ्तार कर लिया है और महिला पार्षद मामले में फरार चल रही है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है. अजमेर के प्रशिक्षु आईपीएस सुदीप शंकर ने बताया कि अजमेर नगर निगम के वार्ड नंबर 20 की पार्षद हितेश्वरी टांक और उनके पति अमित टांक पर संपत्ति बेचने के नाम पर धोखाधड़ी का आरोप है. दो अलग-अलग मुकदमे रामगंज और सिविल लाइन थाने में दर्ज किए गए. जहां एक ही संपत्ति को दो बार बेचने का मामला सामने आया है और इसकी एवज में लिए गए रुपए भी वापस नहीं लौटाए गए.


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मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए अनुसंधान शुरू किया. जिसमें पता चला कि पार्षद दंपत्ति ने थोक मालियन स्थित 281 वर्ग गज जमीन को 90 लाख रुपए में बेचने और उसका इकरारनामा करने के लिए पुष्कर रोड अरिहंत कॉलोनी के रहने वाले उदित भंडारी से वादा किया. इसकी रजिस्ट्री नहीं करवाई गयी. भंडारी के जरिए इकरारनामा राजीव गोयल को उक्त मकान के 69,00000 रुपए में बेचान कर दिया. गोयल ने इसे लेकर 35 लाख रुपए और 34 लाख रुपए का चेक उदित भंडारी के हक में दिया. इसके साथ ही चंद्रवरदाई नगर निवासी राजीव गोयल ने सिविल लाइन थाने में कूट रचित दस्तावेज बनाकर इसी संपत्ति को बेचने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया.


इन दोनों मामलों में आईपीएस सुदीप शंकर ने जांच के बाद पार्षद हितेईश्वरी टांक के पति अमित टांक को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन हितेश्वरी फिलहाल फरार चल रही है. पुलिस इस मामले में अग्रिम अनुसंधान में जुटी है. पार्षद पति को न्यायालय में पेश कर इस मामले में जांच की जा रही है. बताया जा रहा है कि पार्षद दंपत्ति ने पड़ का दुरूपयोग करते हुए मकान बेचान मामले में न तो परिवादियों को मकान की रजिस्ट्री कराई और ना ही उन्हें पैसे लौटाए हैं.


रिपोर्टर-अशोक सिंह भाटी


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