पुष्कर की छोटी बस्ती इलाके में दूषित जलापूर्ति से डायरिया का प्रकोप, कई लोग प्रभावित
जलदाय विभाग के सहायक अभियंता आकांक्षा सोनी और कनिष्ठ अभियंता भोला सिंह रावत ने बताया कि विभाग की टीम लगातार चार दिनों से क्षेत्र में लीकेज ढूंढ कर उपभोक्ताओं को पाबंद कर रही है. इसी क्रम में सात कनेक्शन लीकेज होने की स्थिति में काटे गए.
Pushkar: देश की आजादी को 75 साल पूरे हो गए पर देश के आवाम को आज भी पानी-बिजली सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए जूझना पड़ रहा है. एक ओर जहां पुष्कर कस्बा करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र है, वहीं, देशभर के लाखों पर्यटकों का पुष्कर में आना जाना लगा रहता है.
ऐसे में देशभर से आने वाले पर्यटकों और स्थानीय लोगों को शुद्ध पेयजल भी मयस्सर नहीं है. क्षेत्र में दूषित पीला बदबूदार पानी पेयजल पाइप लाइनों में सप्लाई हो रहा है. हालात तो इतनी खराब है कि छोटी बस्ती क्षेत्र में डायरिया के रोगियों की संख्या 100 का आंकड़ा पार कर चुकी है. वही मेडिकल स्टोर और राजकीय चिकित्सालय में इन रोगियों की लंबी कतारे देखने मिल रही है.
क्या कहना है जलदाय विभाग के सहायक अभियंता का
जलदाय विभाग के सहायक अभियंता आकांक्षा सोनी और कनिष्ठ अभियंता भोला सिंह रावत ने बताया कि विभाग की टीम लगातार चार दिनों से क्षेत्र में लीकेज ढूंढ कर उपभोक्ताओं को पाबंद कर रही है. इसी क्रम में सात कनेक्शन लीकेज होने की स्थिति में काटे गए.
साथ ही गौतम आश्रम के पास भूमिगत केबल लाइन के काम के दौरान क्षतिग्रस्त हुई पेयजल लाइन को दुरुस्त किया गया. गुरुवार को क्षेत्र में पेयजल के 5 सैंपल भी लिए गए हैं.
गौरतलब है कि पूर्व में इसी क्षेत्र में दूषित पेयजल के कारण पीलिया रोग का प्रकोप देखा गया था, जिसकी चपेट में क्षेत्र के सैकड़ों लोग आ गए थे.
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