Ajmer: राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ के बैनर तले प्रदेश भर में कर्मचारियों की हड़ताल जारी है. जिसके कारण न्यायिक कार्य भी प्रभावित हो रहा है. अजमेर में नए कर्मचारियों के साथ ही राजस्थान बार एसोसिएशन ने भी समर्थन देते हुए अपने कार्य का बहिष्कार किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

साथ ही जयपुर में न्यायिक कर्मचारी सुभाष मेहरा को न्याय देने के साथ ही उचित जांच कर कार्रवाई की मांग भी रखी गई है. राजस्थान न्यायिक कर्मचारी संघ संघर्ष समिति की प्रदेश मंत्री ओमप्रकाश ने बताया कि जयपुर में कार्यरत नए कर्मचारी सुभाष मेहरा को लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था. जिसके कारण उसके साथ यह वारदात हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि सुभाष मेहरा ने आत्महत्या नहीं कि उसकी हत्या की साजिश हुई है लेकिन इस मामले में पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही और मुकदमा भी दर्ज नहीं किया जा रहा.


जिसके कारण प्रदेशभर के न्यायिक कर्मचारियों में रोष व्याप्त है इसे लेकर जयपुर में आमरण अनशन के साथ ही धरना दिया जा रहा है और इसी के तहत प्रदेश व्यापी आंदोलन की शुरुआत की गई है. जिसके तहत अजमेर न्यायालय में भी कार्य का बहिष्कार करते हुए सुभाष मेहरा की मौत मामले में उचित जांच करते हुए न्याय की गुहार लगाई जा रही है. इस मौके पर नए कर्मचारियों ने विभिन्न समस्याएं भी बताई और सरकार के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया है.


साथ ही चेतावनी दी गई है कि यदि जल्द से जल्द उनकी इन मांगों पर गौर नहीं किया जाता है तो फिर सभी कर्मचारी उग्र आंदोलन की ओर अग्रसर होंगे. वहीं अजमेर में जिला बार एसोसिएशन ने भी नए कर्मचारियों का समर्थन करते हुए इस मामले में उचित जांच कर न्याय की गुहार लगाई है. अधिवक्ता और नए कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के चलते न्यायिक कार्य प्रभावित हो रहा है वही जिलेभर से आने वाले पक्ष का भी काफी परेशान है.


Reporter-Ashok Singh Bhati


यह भी पढे़ं- शादी समारोह में गई युवती को क्यों दिया एक लाख रुपए का चेक, जानकर दंग रह जाएंगे आप