Kishangarh: राजस्थान के किशनगढ़ में पुलिस की हैरान कर देने वाली तस्वीरें सामने आई है. रूपनगढ़ में हाथों में हथकड़ी पहने 5 आरोपियों को पुलिस ने जब बीच बाजार घुमाया तो एकबारगी लोगों के समझ में नहीं आया कि आखिर हो क्या रहा है. भरी गर्मी में इन पांचों आरोपियों का कस्बे में जुलूस निकालकर पुलिस ने आम लोगों से अपील की कि ऐसे अपराधियों से डरने की जरूरत नहीं है. पुलिस हर तरह के अपराधियों से निपटने में सक्षम है. आपको बता दें इन सभी को रूपनगढ़ के दिव्यांग कुलदीप सिंह की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया है. दिव्यांग कुलदीप को बेरहमी से मारपीट कर कैम्पर गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी थी.


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जानकारी के अनुसार रूपनगढ़ में दिव्यांग कुलदीप सिंह हत्या मामले को लेकर कस्बे सहित प्रदेश के राजपूत समाज में रोष व्याप्त था. राजपूत समाज के अग्रिम संगठन लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. खुद मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और विधायक सुरेश टाक ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था. गुरुवार को किशनगढ़ के रूपनगढ़ में इस तरह का नज़ारा सामने आया जब पुलिस ने अपराधियों की परेड निकाल जनता से डर के चलते अपराधियों का साथ नहीं देने की अपील की.


यह है मामला
गत 23 मार्च को जेटीए पर्वत सिंह ने पंचायत समिति किशनगढ़ के पनेर पंचायत में मनरेगा कार्य का निरीक्षण के दौरान मेट और श्रमिकों के अनुपस्थिति होने पर सरपंच सरपंच पति और ससुर द्वारा गाली-गलौज धक्का-मुक्की करने का आरोप लगाया. जेटीए ने बताया कि रात करीब 8:30 बजे देवनारायण होटल से साथी कुलदीप सिंह और प्रताप भीचर के साथ घर जा रहा था. संजू नगर में सरपंच पति धर्मीचंद और उसके 7-8 साथियों ने बोलेरो कैंपर को आड़े लगाकर डंडों से मारपीट की और गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर जानलेवा हमला किया. मौके से जेटीए और प्रताप भीचर बच निकले, लेकिन दिव्यांग कुलदीप सिंह नहीं निकल पाया. हमलावरों ने जानलेवा हमला कर गाड़ी चढ़ा कर कुलदीप को घायल कर दिया, जिसकी अजमेर में मौत हो गई. मामले में पुलिस ने निटुटी, कानाराम, भागीरथ जाट, रामनिवास डूक्या और राजू बेहड़ा को गिरफ्तार किया है. आरोपी 2 अप्रैल तक पुलिस रिमांड में चल रहे हैं.