Beawar: भाजपा के बहुमत में होने के बावजूद सत्ता में कांग्रेस सरकार होने का फायदा परिषद चुनाव में कांग्रेस के सभापति पद के प्रत्याशी रह चुके गोविंद पंडित को मिला. कांग्रेस के अल्पमत में होने के बावजूद सरकार ने उन्हें आगामी आदेश तक 60 दिन के लिए यह जिम्मेदारी सौंपी है. स्वायत्त शासन विभाग की ओर से शुक्रवार देर शाम को गोविंद पंडित के सभापति पद पर नियुक्त होने के आदेश जारी हुए.


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 निदेशक हृदेश कुमार शर्मा की ओर से जारी आदेश में बताया गया कि नरेश कनोजिया को सभापति और सदस्य नगर परिषद ब्यावर के पद से निलंबित करने के कारण नगर परिषद ब्यावर में सभापति का पद रिक्त हो गया है. ब्यावर में सभापति का पद एससी वर्ग के लिए आरक्षित है. राजस्थान नगर पालिका अधिनियम 2009 की धारा 50 (1) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए नगर परिषद के वार्ड सखंख्या 23 के कांग्रेसी पार्षद गोविंद पंडित को सभापति पद का कार्यभार आगामी 60 दिन या राज्य सरकार द्वारा प्रदत्त अन्य आदेश जो भी पूर्व हो तक के लिए सभापति के पद का कार्यभार ग्रहण करने के लिए अधिकृत किया जाता है.


 ज्ञात रहे कि ब्यावर परिषद चुनाव परिणाम में भाजपा के 29 और कांग्रेस के 16 प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी. इसके अलावा 15 निर्दलीय जीते थे. इनमें से बाद में चार ने कांग्रेस जॉइन कर ली. वहीं शेष ने भाजपा को समर्थन दिया. फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के पास 40 और कांग्रेस के पास 20 पार्षद हैं.


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 मालूम हो कि परिषद चुनाव में भाजपा बोर्ड के बहुमत होने और निवर्तमान सभापति नरेश कनोजिया के विधायक शंकरसिंह के करीबी माने जाने की वजह से उनका यह कार्यकाल पूरा होने के कयास लगाए जा रहे थे, मगर वे भी इस पर खरे नहीं उतरे और सरकार ने उन्हें भी नियम विरुद्ध तरीके से पट्टे जारी करने के मामले में दोषी मानते हुए 17 जून को निलंबित कर दिया.


Reporter-Dilip Chauhan


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