Ajmer: हिंदू सनातन संस्कृति के सम्मान और हिंदू देवी-देवताओं के अपमान के विरोध में सकल हिंदू समाज की ओर से शांति मार्च निकाला गया . इस दौरान अजमेर में 3 घंटे तक सभी बाजार भी बंद रह.  यह शांति मार्च अजंता पुलिया से शुरू हुआ, जिसमें 20 हजार से अधिक हिंदू समाज के लोग शामिल हुए. सबने अपने हाथों में तिरंगा लेकर भारत माता की तस्वीर के साथ चले. हालांकि इस दौरान कई जगह जय श्रीराम के नारे भी लगे. इस शांति मार्च में अजमेर की समस्त राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ताओं के साथ ही हिंदू धर्म से जुड़ी सभी संस्थाएं और पदाधिकारी मौजूद रहे.   


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मार्च शांति पूर्ण रुप से शुरू होकर, मार्टिंडल ब्रिज कैसरगंज पड़ाव, मदार गेट, कचेरी रोड से कलेक्ट्रेट तक निकाला गया. इस बीच शांति मार्च पर पुष्प वर्षा भी की गई.साथ ही  उनके लिए पानी और अन्य व्यवस्थाएं और स्वागत का कार्यक्रम रखा गया. वहीं,  कलेक्ट्रेट पहुंचने पर हिंदू समाज के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा, जहां हिंदू समाज के अलग-अलग मंदिर पर मटकी साधु संत के साथ ही सांसद भागीरथ चौधरी, विधायक अनिता भदेल, वासुदेव देवनानी अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे.


 इस ज्ञापन में बताया गया कि, देश में लगातार हिंदू विरोधी गतिविधियां सामने आ रही है. हिंदू संस्कृति और देवी-देवताओं का अपमान किया जा रहा है. साथ ही हिंदू की बेटी नूपुर शर्मा के खिलाफ भी अनर्गल टिप्पणियां कर उसे धमकियां दी जा रही है. देश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है. इस तरह की गतिविधियों को लेकर हिंदू समाज में रोष व्याप्त है. इसे प्रकट करते हुए शांति सद्भाव और भाईचारे का पैगाम देते हुए. राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है.


 हिंदू विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग भी की गई है. साथ ही इस शांति मार्च के माध्यम से हिंदू समाज ने एकता का परिचय दिया और अपनी ताकत दिखाने का प्रयास किया गया. इस शांति मार्च को लेकर जिला पुलिस व प्रशासन ने भी व्यापक इंतजाम किए थे.  कलेक्टर अंशदीप ने शांति मार्च को लेकर जहां मजिस्ट्रेट नियुक्त किए तो वही जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने इस शांति मार्च की सुरक्षा का मोर्चा संभाला. 


 वह खुद इस पूरी रैली में पैदल चलते नजर आए और 1000 से अधिक पुलिसकर्मी चप्पे-चप्पे पर निगरानी करते हुए दिखाई दिए ड्रोन कैमरा हो या फिर अभय कमांड सेंटर सभी के माध्यम से रैली पर नजर रखी गई पुलिस के जवान अलग-अलग मार्गों पर बिल्डिंग पर भी खड़े दिखाई दिए शांतिपुर मार्च निकलने के बाद सभी हिंदू समाज के लोग अपने अपने रास्ते घर के लिए रवाना हुए.


Reporter: Ashok Singh Bhati


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