Ajmer: राज्य सरकार की ओर से हर व्यक्ति को समय पर भोजन मिले और कोई भूखा न सोए इस उद्देश्य से इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत की गई थी. पर पूर्व में अजमेर जिले में 10 इंदिरा रसोई शुरू की गई थी और उसके बाद मुख्यमंत्री ने 20 और इंदिरा रसोई शुरू करने की घोषणा की थी जिसके तहत बुधवार को 5 और इंदिरा रसोई की अजमेर नगर निगम क्षेत्र में शुरूआत की गई है. इन इंदिरा रसोई का शुभारंभ अजमेर संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा, महापौर ब्रज लता हाडा. कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त ने किया. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सीकर के जवान का जयपुर में निधन, बेटी को महज दो महीने ही मिला पिता का प्यार


साथ ही इंदिरा रसोई के अधिकारियों को पाबंद किया गया कि इंदिरा रसोई में मिलने वाला भोजन शुद्ध हो और उसमें किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो. साथ ही समय-समय पर इंस्पेक्शन करते हुए भोजन की जांच भी की जाए.


बता दें कि अजमेर की आरपीएससी के पास इंदिरा रसोई की शुरुआत की गई है जहां सभी अधिकारियों ने भोजन को रखते हुए उसकी गुणवत्ता को भी चेक किया. संभागीय आयुक्त बीएल मेहरा ने बताया कि मुख्य समाचार पत्रों से जानकारी मिली थी कि कई स्थानों पर इंदिरा रसोई के खाने में लापरवाही बढ़ती जा रही है. ऐसे में इस तरह की किसी भी शिकायत को अजमेर में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसे लेकर भी अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं.


चौमूं: विवादों के बीच आयोजित पालिका की बोर्ड बैठक पर रामलाल शर्मा ने उठाए सवाल, दिया बयान


क्या है इंदिरा रसोई योजना
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने 20 अगस्त 2020 को इस दृढ़ संकल्प “कोई भी भूखा नहीं सोए” के साथ राजस्थान इंदिरा रसोई योजना की शुरुआत की. योजना के तहत राजस्थान सरकार प्रदेश भर के 213 नगर निकायों में 358 रसोईयों की स्थापना कर योजना की शुरुआत की. जिसके तहत अब तक वर्तमान में रसोईयों की संख्या 870 हो चुकी है। योजना के तहत सरकार चाहती है की राज्य के गरीब एवं वंचित लोगों को बहुत कम कीमत पर अच्छा एवं पौष्टिक भोजन मिल सके.


Reporter: Ashok Bhati