रथ में सवार होकर भगवान जगन्नाथ पहुंचे बांके बिहारी मंदिर, 9 दिनों तक होंगे धार्मिक आयोजन
उदयपुर हत्याकांड के कारण जिलेभर में लागू धारा 144 के मध्यनजर भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा समिति की ओर से शहर में निकाली जाने वाली रथ यात्रा को समिति की ओर से रद्द करने की घोषणा की गई थी.
Beawar: उदयपुर हत्याकांड के कारण जिलेभर में लागू धारा 144 के मध्यनजर भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा समिति की ओर से शहर में निकाली जाने वाली रथ यात्रा को समिति की ओर से रद्द करने की घोषणा की गई थी. वहीं बाद में इस निर्णय को बदलते हुए समिति की ओर से सूक्ष्म रूप से रथ यात्रा का आयोजन कर भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा को सुरजपोल गेट बाहर स्थित बांके बिहारी मंदिर तक पहुंचाया गया.
शहर के मसूदा रोड अभिषेक नगर स्थित सांवरिया सेठ मंदिर से शुरू हुई रथ यात्रा उत्सव वाटिका, प्रभू की बगिया से होते हुए पुराने मसूदा रोड से बांके बिहारी मंदिर पहुंची. रथ यात्रा में समिति संख्या में प्रभु भक्तों ने शिरकत की. इस दौरान महिला और पुरूष श्रद्धालुओं की टोली भगवान जगन्नाथ के रथ को खींचते हुए चल रही थी.
रथ यात्रा के साथ-साथ प्रभु भक्तों की टोली भजन कीर्तन गाते हुए नाचते-गाते चल रही थे. रथ यात्रा का मार्ग में विभिन्न संगठनों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. रथ यात्रा के बांके बिहारी मंदिर पहुंचने पर प्रभु भक्तों ने भव्य स्वागत किया. अब आगामी 9 दिनों तक बांके बिहारी मंदिर में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
बता दें कि कोरोना काल के करण दो साल बाद जगन्नाथ रथ यात्रा समिति की ओर से इस वर्ष एक जुलाई को रथ यात्रा निकाली जाने वाली थी लेकिन उदयपुर हत्याकांड के बाद जिले में धारा 144 लागू होने के चलते प्रशासन की ओर से रथ यात्रा की स्वीकृति नहीं दी गई थी. जिसके चलते समिति ने यात्रा को रद्द करने का निर्णय लिया था. इसके चलते समिति ने केवल छोटे रूप से अभिषेक नगर से रथ यात्रा शुरू करते हुए कानून की पालना करते हुए भगवान जगन्नाथ को बांके मंदिर पहुंचाया. रथ यात्रा में समिति के विजय तंवर, माणक डाणी, केदार गर्ग, नवल मुरारका, जयश्री,भागचंद चौहान, हेमंत शर्मा हर्ष तंवर, कंचन तंवर सहित अन्य प्रभु भक्त शामिल थे.
Reporter- Dilip Chouhan
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