नसीराबाद के कई मकानों पर इस कारण मंडराने लगा बड़ा खतरा, जल्द मदद की जरुरत
नसीराबाद की स्थापना 1818 में हुई थी और सैन्य छावनी के रूप में अपनी विशेष पहचान रखती है. इस ऐतिहासिक छावनी के नागरिक क्षेत्र में कानून और नियम को ताक पर रखकर कई मकान इस तरह निर्मित हो गए कि बड़े हादसों को न्योता देने लगे हैं.
Nasirabad: नसीराबाद की स्थापना 1818 में हुई थी और सैन्य छावनी के रूप में अपनी विशेष पहचान रखती है. इस ऐतिहासिक छावनी के नागरिक क्षेत्र में कानून और नियम को ताक पर रखकर कई मकान इस तरह निर्मित हो गए कि बड़े हादसों को न्योता देने लगे हैं. छावनी परिषद से मिली जानकारी के अनुसार छावनी परिषद के नागरिक क्षेत्र में एक नियत ऊंचाई तक ही मकान का निर्माण कराया जा सकता है.
इसके बावजूद नागरिक क्षेत्र में कई मकान इतने ऊंचे निर्मित कर दिए गए कि छावनी क्षेत्र की सुरक्षा के साथ-साथ जानमाल के खतरे की भी घंटी बजने लगी है. जलदाय विभाग के क्षतिग्रस्त वाटर टैंक से निरंतर भूमि में पानी का रिसाव होने के कारण अधिकांश मकानों की नींव कमजोर हो चुकी है और ऐसे हालात में ऊंचे मकान कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकते है.
नसीराबाद के फ्रामजी चौक स्थित लालडिग्गी के हालात भी क्षेत्रवासियों के लिए चिंता का कारण बने हुए हैं. इस वर्ष मौसमी बरसात अधिक होने के कारण लालडिग्गी में पानी की काफी अच्छी आवक हुई है लेकिन विडम्बना की पराकाष्ठा यह है कि इस डिग्गी में नियत ऊंचाई पर पानी निकासी के लिए चादर बनी हुई है और यह चादर बंद हो जाने के कारण इस डिग्गी में चादर के ऊपर पानी की भराव क्षमता निरंतर बढ़ती जा रही है.
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जिसके कारण निकट के मकानों की नींव और दीवारें कमजोर होने लगी है. इतना ही नहीं बल्कि इस डिग्गी के निकट स्थित मकानों के पास से भारी भरकम वाहन निकलने के कारण उत्पन्न कंपन से मकानों के ढहने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता. उल्लेखनीय है कि इसी लाल डिग्गी के निकट कुछ दिन पूर्व ही राजकीय व्यापारिक उच्च माध्यमिक विद्यालय के दो मंजिला भवन के लगभग 8 कमरे धराशाई हो गए.
नसीराबाद शहर की इतनी विख्यात स्कूल के कमरे धराशाई होने की जांच की जाए तो संभवतया भवन निर्माण में घटिया सामग्री के साथ-साथ इस लाल डिग्गी में पानी के भराव से नींव तक पानी पहुंचना भी कारण संभव है. जान माल की सुरक्षा के लिए नसीराबाद छावनी के नागरिक क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से एक विस्तृत सर्वे करवाकर तुरंत कार्रवाई आरंभ करना आवश्यक हो चुका है अन्यथा कभी भी इस शहर में बड़ा हादसा सुर्खियों में बन सकता है.
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