Nasirabad News, नसीराबाद: अजमेर के नसीराबाद छावनी परिषद द्वारा रक्षा मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर पारंपरिक जल स्त्रोतों आदि का रखरखाव कार्य कराया जा रहा है. जलशक्ति महाभियान के तहत छावनी परिषद के अधीन फूल सागर और फ्रामजी चौक स्थित लाल डिग्गी के जीर्णोद्धार के तहत गहरीकरण और सौंदर्यकरण कराने के बाद अब गांधी चौक के निकट स्थित महाराणा प्रताप सागर का कार्य आरंभ किया गया है. 


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नसीराबाद छावनी परिषद के अध्यक्ष ब्रिगेडियर अरिंदम मुखर्जी, मुख्य अधिशासी अधिकारी उमेश पारीक के निर्देश पर जल एवं विद्युत विभाग प्रभारी सतीश कुमार एवं सिविल इंजीनियर विश्वेंद्र सिंह के नेतृत्व में महाराणा प्रताप सागर का कार्य आरंभ किया गया है. छावनी परिषद से प्राप्त जानकारी के अनुसार, महाराणा प्रताप सागर का कार्य 4 चरणों में पूरा किया जाएगा, जिसके प्रथम चरण में महाराणा प्रताप सागर के पानी की निकासी करने के बाद पोकलेन, जेसीबी डंपर, ट्रैक्टर-ट्रॉली आदि की मदद से गहरीकरण कार्य किया जा रहा है. 


इस महाराणा प्रताप सागर के गहरीकरण के बाद चारों तरफ फुटपाथ का निर्माण कराया जाएगा, जिस पर आगंतुक भ्रमण कर सकेंगें. स्वच्छ वातावरण के उद्देश्य से इसके आसपास छाया और फलदार पौधे भी लगाए जाएंगे और विशेष पथबत्तीया लगाई जाएगी. इसके चारों तरफ फुटपाथ निर्माण के बाद विश्राम की व्यवस्था भी की जाएगी. 


छावनी परिषद ने फूल सागर एवं डिग्गी का संतोषप्रद कार्य करने वाले ठेकेदार प्रहलाद चौधरी को उनकी कम दरों के आधार पर ठेका दिया है. प्रहलाद चौधरी ने जानकारी दी कि प्रथम चरण के इस कार्य को लगभग 2 महीने में पूरा करने का प्रयास किया जाएगा. 


उल्लेखनीय है कि शहर के उत्तरी छोर पर लाल डिग्गी का गहरीकरण करने के बाद उसमें पानी के भराव के कारण भूमि के जल स्तर की बढ़ोतरी हुई है. उसी प्रकार शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित इस महाराणा प्रताप सागर के गहरीकरण से इस क्षेत्र में भूजल में भी निसंदेह बढ़ोतरी होगी. इतना ही नहीं बल्कि सैर-सपाटे के लिए आकर्षण का केंद्र होगा. डिग्गी तरह चौपाटी विकसित करने से कई को रोजगार और आगतुंकों स्वादिष्ट व्यजंन मिलेगा. 


Reporter- Ashok Bhati