Pushkar: राजस्थान के पुष्कर में जेष्ठ मास की निर्जला एकादशी के अवसर पर शुक्रवार को हजारों श्रद्धालुओं ने पवित्र पुष्कर सरोवर पर पूजा अर्चना कर आस्था की डुबकी लगाई. अलसुबह से ही सरोवर के 52 घाटो पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ना शुरू हो गई जो चिलचिलाती धूप के बावजूद दिन भर जारी रही. 


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धार्मिक शास्त्रों और पुराणों में जेठ के पवित्र महीने की निर्जला एकादशी पर पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना करने और दान पुण्य का खास महत्व बताया गया है. ऐसी मान्यता है की पवित्र जेठ माह की निर्जला एकादशी पर तीर्थ राज पुष्कर में स्नान करने से मनुष्य अपने सब पापो से मुक्त हो जाता है. 


इन्हीं मान्यताओं के मध्यनजर निर्जला एकादशी पर तेज गर्मी के बावजूद महिलाओं ने अन्न जल तक ग्रहण नहीं किया और उपवास रखकर मटकी शर्वत सहित गर्मी से निजात दिलाने वाली कई वस्तुओं का पुरोहितों को दान किया. 


निर्जला एकादशी पर अपने पूर्वजो की आत्मा शांति के लिए पिण्डदान और तर्पण का भी खास महत्व बताया गया है. इस विशेष दिन पर धार्मिक नगरी पुष्कर के पवित्र सरोवर के मुख्य घाटो और देव मंदिरो में उमड़े जन सैलाब से माहौल धर्ममय सा हो गया है. भीड़ को देखते हुए पुलिस और पालिका प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए.


हिंदू धर्म शास्त्र के खगोलीय घटनाओं के अनुसार शुक्रवार प्रातः 7:26 के बाद एकादशी का प्रारंभ हुआ जो शनिवार रात्रि 3:00 बजे तक रहेगा. वहीं दूसरी ओर वैष्णव और निंबार्क संप्रदाय से जुड़े हिंदू धर्मावलंबी एकादशी का पर्व 11 जून शनिवार को मनाएंगे.


Reporter: Ashok Bhati