Ajmer: अजमेर की नगर परिषद ब्यावर में बैठक संपन्न हुई. वहीं, एक के बाद एक बजट सहित अन्य मुद्दों से जुड़े सभी 7 प्रस्ताव विपक्ष के हंगामें के बीच पारित कर दिए गए. साधारण सभा के दौरान विधायक शंकरसिंह रावत और आयुक्त गुरूदीपसिंह सहित भाजपा-कांग्रेस के पार्षद व नगर परिषद के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे.


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साधारण सभा की कार्रवाई शुरू होते ही नगर परिषद के सहायक अभियंता पीएस गुर्जर ने आगामी वित्तिय वर्ष के लिए प्रस्तावित बजट को लेकर पहला प्रस्ताव रखा गया. जिसे बिना चर्चा के सदन ने पास कर दिया.


जबकि विपक्ष ने आपत्ति दर्ज कराई, लेकिन बिना विपक्ष की आपत्ति सुने ध्वनि मत के साथ प्रस्ताव को पारित किया गया. साधारण सभा के दूसरे प्रस्ताव में सफाई व्यवस्था को सुचारू रूप से रखे जाने के लिए विभिन्न उपकरण एवं वाहन खरीद के लिए अनुमानित बजट का प्रस्ताव रखा गया.


जिसे भी ध्वनि मत से पारित कर दिया गया. यह प्रस्ताव पर भी विपक्ष ने हंगामा करते हुए अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई. इसी प्रकार शहर में मेले और राष्ट्रीय पर्व आयोजन हेतु व्यय, आकस्मिक कार्य के लिए प्रस्तावित बजट के प्रस्ताव भी ध्वनि मत से पारित किया गया. 


इसके अलावा एक कर्मचारी की पद्दोन्नति, रिक्त पदों को सीधी भर्ती एवं पद्दोन्नति के जरिए भरे जाने, फायर कार्यालय की मरम्ममत, फायर विभाग में विभिन्न प्रकार के उपकरण खरीद संबंधी प्रस्ताव पारित किए गए. प्रस्ताव पढऩे के दौरान विपक्ष ने कई प्रस्तावो पर वैधानिक आपत्ति भी दर्ज करवाई है तथा प्रस्तावों पर हंगामा हुआ.


 लेकिन ध्वनि मत के साथ एक के बाद एक प्रस्ताव पारित कर दिए गए. बजट सभा के दौरान पार्षद बीना झंवर, सुनिता भाटी, हेमंत कुमावत, गोविन्द पंडित, दलपतराज मेवाडा तथा विक्रम सोनी ने शहर में अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की मांग करते हुए सदन में उक्त मांग को लेकर एक बैनर लहराया.


साधारण सभा के अंत मे विधायक शंकरसिंह रावत ने अपने भाषण में उपस्थित पक्ष और विपक्ष के पार्षदों का अभिवादन करते हुए कहा कि उक्त बजट शहर विकास का बजट है अत: सभी को बजट स्वीकृति में अपना सहयोग करना चाहिए.


इस दौरान विधायक रावत ने बजट में ब्यावर को जिला नहीं बनाने की बात पर अपना मत रखते हुए कहा कि इस मांग को लेकर पक्ष तथा विपक्ष के सभी लोगों के एकसाथ मिलकर सीएम अशोक गहलोत से समय लेकर जयपुर जाकर अपना पक्ष मजबूती से रखना होगा.


Reporter- Dilip Chouhan


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