israel hezbollah ceasefire: इजरायल और और हिजबुल्ला के बीच लेबनान में युद्धविराम पर सहमति बनने के बाद अब सबसे बुरी हाल हमास की होने वाली है. तभी तो नेतन्याहू ने खुद कहा है कि इस समझौते से हमास गाजा में अलग-थलग पड़ जाएगा और बंधक समझौते की संभावना बढ़ जाएगी. जानें कैसे बदले हमास के सुर. जानें पूरा मामला.
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Hamas Gaza ceasefire: हमास ने कहा कि वह इजरायल-हिजबुल्लाह सीजफायर डील के बाद गाजा पट्टी में किसी भी संघर्ष विराम प्रयास में सहयोग करने के लिए तैयार है. फिलिस्तीनी ग्रुप ने कहा, "हम लेबनान में समझौते की प्रगति पर नजर रख रहे हैं, ताकि गाजा में आग को रोकने के किसी भी प्रयास में सहयोग करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की जा सके." समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने एक प्रेस बयान के हवाले से यह जानकारी दी.
हमास की कौन सी शर्त
बयान में हमास ने उन शर्तों का भी जिक्र किया जिन्हें वह समझौते के लिए जरूरी मानता हैं. इनमें शामिल हैं- कब्जा करने वाली सेनाओं (इजरायली आर्मी) की वापसी, विस्थापितों लोगों की घर वापसी, वास्तविक और पूर्ण प्रिजनर एक्सचेंज.
हमास की दुनिया से अपील, रोक लो जंग
बयान में हमास ने अरब और इस्लामी देशों तथा 'स्वतंत्र विश्व की ताकतों' से गंभीर कदम उठाने, अमेरिका और इजरायल पर 'फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ उनके क्रूर आक्रमण' को रोकने के लिए दबाव डालने की अपील की. इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध विराम लेबनान में स्थानीय समयानुसार बुधवार सुबह 4 बजे (02:00 जीएमटी/सुबह 7:30 बजे भारतीय समय) लागू हो गया.
युद्ध विराम समझौते पर दुनिया खुश
इससे पहले मंगलवार को यूएस प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने कहा कि इजरायल और लेबनान के बीच हुए युद्ध विराम समझौते के बाद लेबनानी सेना एक बार फिर अपने क्षेत्र पर कब्जा कर लेगी. उन्होंने कहा, "अगले 60 दिनों में, इजरायल धीरे-धीरे अपनी बाकी सेना को वापस बुला लेगा - दोनों पक्षों के नागरिक जल्द ही सुरक्षित रूप से अपने समुदायों में वापस लौट सकेंगे और अपने घरों का पुनर्निर्माण शुरू कर सकेंगे." जो बाइडेन ने अपने भाषण में गाजा में लड़ाई रुकने का भी समर्थन किया. उन्होंने कहा, "जिस तरह लेबनान के लोग सुरक्षा और समृद्धि के भविष्य के हकदार हैं, उसी तरह गाजा के लोग भी हैं. वे भी लड़ाई और विस्थापन के अंत के हकदार हैं."
हमास को अब इजरायल से खौफ
इजरायल और और हिजबुल्ला के बीच लेबनान में युद्धविराम पर सहमति बनने के बाद अब सबसे बुरी हाल हमास की होने वाली है. तभी तो नेतन्याहू ने खुद कहा है कि इस समझौते से हमास गाजा में अलग-थलग पड़ जाएगा और बंधक समझौते की संभावना बढ़ जाएगी. उधर हमास को पता चल गया है कि अब तक उसे इजरायल के खिलाफ समर्थन दे रहा हिजबुल्ला संगठन इस संघर्ष से पीछे हट गया है और ऐसे में वह गाजा की लड़ाई में अकेला हो गया है. इससे हमास को यह भी पता चल जाएगा कि अब गाजा में उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आएगा. यह जमीनी जंग में एक बड़ा बदलाव है. अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि अगर पहले हमास को लगता था कि गाजा में उसकी जंग को बड़े स्तर पर समर्थन था तो आज उसे समझ आ जाएगा कि अब ऐसा कुछ भी नहीं रहा है.
गाजा में इजरायल का कहर
7 अक्टूबर इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था. हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था. इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है. इनपुट आईएएनएस से भी