राजस्थान के पशु मौत के कगार पर, अजमेर डेयरी के चेयरमैन रामचंद्र चौधरी ने केंद्र पर लगाए आरोप
केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी में केंद्र सरकार और भाजपा नेता राज्य सरकारों के माध्यम से राजस्थान में आने वाले चारे और कुट्टी को रोक दिया है, जिसके चलते राजस्थान के पशु मौत के कगार पर पहुंच चुके हैं. यह आरोप है अजमेर डेयरी के चेयरमैन रामचंद्र चौधरी का.
Ajmer: केंद्र की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी में केंद्र सरकार और भाजपा नेता राज्य सरकारों के माध्यम से राजस्थान में आने वाले चारे और कुट्टी को रोक दिया है, जिसके चलते राजस्थान के पशु मौत के कगार पर पहुंच चुके हैं. यह आरोप है अजमेर डेयरी के चेयरमैन रामचंद्र चौधरी का. रामचंद्र चौधरी ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. अकाल के समय राजस्थान में आने वाले पड़ोसी राज्यों के चारे को रोक रही है और राज्यों की सीमाओं पर नाकेबंदी कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि पड़ोसी राज्यों से राजस्थान के पशु पालक चारा नहीं खरीद सकें.
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रामचंद्र चौधरी ने आरोप लगाया कि इस रोक के चलते ही 800 से 900 रुपये क्विंटल बिकने वाला चारा अब 1200 से 1300 रुपये क्विंटल हो गया है. जिसके चलते राजस्थान में पशुपालन अब बेहद कठिन दौर से गुजर रहा है. अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने कहा कि राजस्थान में गर्मी के दौरान अधिकांश पशु आहार मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से आता है. इन तीनों ही राज्यों में वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और शायद यही वजह है कि भाजपा राजस्थान में कांग्रेस सरकार के होने के चलते चारे की सप्लाई नहीं होने दे रही.
रामचंद्र चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा राजस्थान के पशुपालकों को 5 रुपये अनुदान दिया जा रहा है, जिससे पशुपालकों को बड़ा सहारा मिला है, लेकिन केंद्र की भाजपा सरकार के इशारे पर भाजपा शासन वाले राज्यों की सरकारें राजस्थान में चारे भूसे की सप्लाई नहीं होने दे रही है. अजमेर डेयरी अध्यक्ष रामचंद्र चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि जब केंद्र में यूपीए की सरकार थी तब अकाल और संकट के समय पशुपालकों को मुंह से चारे और कुट्टी पर अनुदान मिलता था, लेकिन केंद्र में भाजपा की सरकार आने के बाद पिछले 7 सालों से यह अनुदान भी राजस्थान के पशुपालकों को नहीं दिया जा रहा है.
रामचंद्र चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांग के अनुरूप राजस्थान के पशुपालकों के हित में चारे और भूसे की सप्लाई पर से बैन नहीं हटाया गया तो आगामी 15 मई से राजस्थान के पशुपालक नई दिल्ली पहुंचकर जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू करेंगे.