Rajasthan Crime: राजस्थान के अजमेर जिले में साल 1992 में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया था, जिस पर फैसला साल 2024 में हाली ही में आया. यह मामला एक रेपकाड़ है, जिसमें कोर्ट ने इस वारदात को अंजाम देने वाले 6 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. हालांकि इसमें अभी भी एक आरोपी फरार चल रहा है. इसी के चलते आज हम आपको इस केस का पर्दाफाश करने वाले शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं. 


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इस केस का राज खोलने वाले शख्स का नाम  दीनबंधु चौधरी है, जिन्होंने साल 1992 में हुए राजस्थान के अजमेर जिले में हुई वारदात रेपकांड को कवर किया. दीनबंधु चौधरी अजमेर के स्थानीय अखबार नवज्योति के एडिटर थे, जिन्होंने सबसे पहले अजमेर के रेपकांड का पर्दाफाश किया था. 



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यह रेपकांड साल 1992 में राजस्थान के अजमेर जिले में हुआ था, जिसकी जिले की रहने वाली सैकड़ों कॉलेज और स्कूली छात्रा शिकार हुई. वहीं, यह वारदात लोगों के सामने तब आई, जब दीनबंधु चौधरी (अजमेर के स्थानीय अखबार नवज्योति के एडिटर) ने कुछ न्यूड फोटोज पब्लिश करने की और लोकर आरोपियों द्वारा स्कूली छात्रों को ब्लैकमेल करने की खबर से पर्दा उठाया. इस वारदात के सामने आने के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया. 



जानकारी के अनुसार, अजमेर सेक्स स्कैंडल  मामला 1992 में कई सालों तक पीड़ितों को एक फार्म हाउस और बंगलों में जाया जाता था. यहां पर एक या कई सारे पुरुषों द्वारा लड़कियों के साथ रेप किया जाता था और उनकी फोटोज-वीडियोज बनाए जाते थे. 



ये जानकारी सामने आने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की, जिसके जरिए पता चला कि इस केस का मुख्य आरोपी फारूक चिश्ती था, जिसने इस वारदात की शुरुआत स्कूल की एक लड़की से की थी, जिसके बाद ये धंधा बढ़ता चला गया. इस मामले में अभी एक आरोपी फरार है, जिसको पुलिस तलाश रही है.