Ajmer: अजमेर के ब्यावर शहर के चांग चितार रोड से एक युवक ने खुद पर जानलेवा हमला किया है.जिसके चलते उसे तुरंत राजकीय अमृतकौर अस्पताल पहुंचाया गया. जहां पर ड्यूटी डॉक्टर ने अथक प्रयास के बाद उसकी जान तो बचा ली. लेकिन उसकी हालत नाजुक होने के कारण उसे प्राथमिक उपचार के बाद अजमेर रैफर कर दिया.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

 जानकारी के अनुसार चांग चितार रोड स्थित पंजाबी जीण निवासी 35 वर्षीय धर्मेश पुत्र ओमप्रकाश ने बुधवार को अपने घर के शौचालय में घुसकर अपने गले तथा हाथ को चाकू से रेत लिया. घटना की जानकारी जब परिजनों को जब लगी जब काफी देर तक धर्मेश शौचालय से बाहर नहीं निकाला.


जिसके बाद परिजनों ने उसे पुकारा लेकिन अंदर से कोई आवाज नही आने पर परिजनों को शंका हुई तो उन्होंने शौचालय का दरवाजा तौड दिया. शौचालय का दरवाजा तोडऩे पर अंदर का नजारा देखकर परिजनों के होश उड गए.धर्मेश का गला और हाथ बुरी तरह से कटे हुए थे तथा पास में चाकू रखा हुआ था जिससे परिजनों को मामला समझने में ज्यादा देर नहीं हुई.


 जिसके बाद परिजनों ने बिना समय गवाएं उसे उपचार के लिए लेकर राजकीय अमृतकौर अस्पताल पहुंचे जहां,पर डयूटी डॉक्टर ने धर्मेश का उपचार कर उसकी जान बचाई.धर्मेश के गले पर करीब पचास टांके आए है.धर्मेश का प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत गंभीर होने के कारण उसे अजमेर रैफर कर दिया. धर्मेश के भाई मुकेश ने बताया कि धर्मेश विगत कुछ दिनों से मानसिक अवसाद में था और अजीबों गरीब तरह की बाते करता था.


परिजनों ने बताया कि धर्मेश विगत कुछ दिनों से शहर से बाहर गया हुआ था.आज सुबह ही धर्मेश ब्यावर लौटा था. घर लौटने के बाद उसने शौचालय जाने के बात कही और वह शौचालय में चला गया जिसके बाद उक्त घटना को उसने अंजाम दे दिया. उधर घटना की जानकारी के बाद सिटी थाना पुलिस के एसआई गिरिराज ने अस्पताल पहुंचकर युवक के बयान पंजीकृत किए.


रिपोर्टर- दिलीप चौहान


ये भी पढ़ें- Amazing : RTH झुंझुनूं में नर्सिंग स्टाफ खेतों में फसल कटाई करने पहुंचा, मीम्स बनाकर बता रहा पीड़ा