Ajmer: 12 सितंबर सोमवार को गुर्जर आरक्षण आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियों का विसर्जन पुष्कर में किया गया. विसर्जन पुष्कर के 52 घाटों पर करीब 4 बजे किया गया लेकिन इससे पहले पुष्कर के मेला ग्राउंड पर एमबीसी सभा हुई. राज्य मंत्री अशोक चांदना शामिल हुए लेकिन यहां पर वह जैसे ही भाषण देने के लिए मंच पर अशोक चांदना आए तो लोगों ने लोगों ने उद्योग मंत्री शकुंतला रावत और खेल राज्यमंत्री अशोक चांदना पर जूते-चप्पल और पानी की खाली बोतलें फेंक उनका विरोध जताया और सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाए.


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जूता उछालकर अशोक चांदना का विरोध जताया
दरअसल, आज गुर्जर आरक्षण आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अस्थियों का विसर्जन पुष्कर के 52 घाटों पर सोमवार शाम करीब चार बजे शुरू हुआ. पुष्कर के मेला ग्राउंड में एमबीसी समाज की सभा में जैसे ही मंत्री अशोक चांदना भाषण देने के लिए आए लोगों ने जूते और अन्य सामान फेंकना शुरू कर दिया और सचिन पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने लगे.


कार्यक्रम में अशोक चांदना के विरोध में जमकर लगे नारे
कार्यक्रम में अशोक चांदना के विरोध में  जमकर नारे लगे. मंच पर जैसे ही अशोक चांदना भाषण देने के लिए आए उपस्थित भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी. खेलमंत्री अशोक चांदना की तरीफ जूते और अन्य सामान फेकें गए. पायलट समर्थकों ने हंगामा खड़ा कर दिया. पुलिस ने लोगों को शांत कराया लेकिन पायलट समर्थक माने नहीं. खेलमंत्री अशोक चांदना को बीच में ही अपना भाषण रोकना पड़ा. उद्योग मंत्री शकुंतला रावत जैसे ही मंच पर भाषण देने के लिए आई तो पायलट समर्थकों ने उसका भी विरोध करना शुरू कर दिया. मंत्री शकुंतला रावत ने करौली में कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नाम पर कॉलेज खोलने की घोषणा की लेकिन समर्थकों ने उनको भाषण नहीं देने दिया.


कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला भी रहे मौजूद
कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत, आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेन्द्रसिंह राठौड़, भाजपा ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश भडाणा, विधायक वासुदेव देवनानी आदि भी पहुंचे हैं. समारोह में पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट नहीं पहुंच पाए हैं.  इस दौरान कर्नल बैंसला जिंदाबाद के भी नारे लगातार लगते रहे. पायलट समर्थक नारे लगाते हुए मंच की तरफ बढ़े तो हंगामा शुरू हो गया. पुलिस ने बड़ी मुश्किल से लोगों को खदेड़कर माहौल शांत किया.


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पायलट का साथ नहीं देने से नाराज है समर्थक
बताते चले कि पायलट समर्थक इस बात से नाराज है कि पायलट गुट की बगावत के समय खेलमंत्री अशोक चांदना ने समाज के सचिन पायलट का साथ नहीं दिया वरना आज सचिन पायलट राजस्थान के मुख्यमंत्री होते. वर्ष 2020 में पायलट की बगावत के समय अशोक चांदना ने गहलोत कैंप का साथ दिया था. बस पायलट समर्थक इसी बात से नाराज है हाल ही में टोंक जिले में देवनारायण जयंती के कार्यक्रम में कोटपूतली विधायक इंद्राज गुर्जर ने अशोक चांदना का नाम लिए बिना उन्हें गद्दार बताया था. इंद्राज गुर्जर ने कहा कि समाज के गद्दारों को चुनाव में सबक सिखाएंगे. पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी भी सीएम गहलोत पर निशाना साध चुके हैं.