Pushkar Mela: राजस्थान का पुष्कर मेला पूरे देश में सबसे प्रसिद्ध मेला है.इस मेले को सबसे बड़ा ऊंट फेस्टिवल भी कहा जाता है.राजस्थान में हर साल पुष्कर मेला बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है. यह मेला सुरम्य पुष्कर झील के लगता है. इस बार पुष्कर मेला  विधानसभा चुनाव  को देखते हुए  14 से 20 नवम्बर तक आयोजित होगा.


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चुनाव का पड़ा प्रभाव 
पुष्कर मेले को पुष्कर पशु मेला नाम से जाना जाता है. पुष्कर पशु मेला 15 दिन तक चलता है. लेकिन चुनाव के कारण 7 दिनों में ही समेट दिया जायेगा. इस मेले में जनकल्याणकारी प्रदर्शनी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होता है लेकिन इस बार इन कार्यक्रमों को भी निरस्त कर दिया गया है.


ऊंट महोत्सव नाम से प्रसिध्द
पुष्कर मेला  काफी धूम-धान से मनाया जाता है और यहां इस दौरान बहोत  भीड़ जुटती है.मेले का आकर्षण का कारण यहां के ऊंट होते हैं इसी कारण इस मेले को ऊंट महोत्सव भी कहा जाता है.मेले में रेत के टीलों के बीच दुकाने लगती हैं.कहा जाता है यहां पर भगवान द्वारा एक पुष्प अपने हाथों से पृथ्वी पर गिराया गया था. जिसके चलते यहां भगवान ब्रह्मा द्वारा भव्य यज्ञ का आयोजन किया गया.  यहां मौजूद  पुष्कर झील के वजह से इस क्षेत्र का नाम पुष्कर पड़ा. इसका वर्णन  रामायण में भी मिलता है. 


 विदेशी पर्यटक यहां परिवेश देखने आते
पुष्कर मेले में हर साल बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटक आते हैं,पर्यटक यहां पशुओं और ग्रामीण परिवेश को देखने के लिए आते हैं.पर्यटकों ने पुष्कर मेले में आने के लिए 19 से 25 नवंबर तक का प्लान तैयार किए है लेकिन मेला 20 को संपन्न हो जाएगा. पुष्कर एक धार्मिक मेला है. जो 23 नवंबर को प्रबोधनी एकादशी के मौके पर सरोवर में  स्नान के साथ शुरू होगा और  यह मेला 27 नवंबर संपन्न होगा. संपन्न होने के साथ ही सरोवर में महा स्नान भी होगा.  


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