अलवर: जिले के शाहजहांपुर क्षेत्र के कुतीना गांव के अमर शहीद कवरपाल चौहान की 14 वी पुन्य तिथि मनाई गई. इस दौरान विधायक निधि कोष से सड़क निर्माण के लिए चार लाख रुपए की घोषणा विधायक मनजीत धर्मपाल चौधरी ने की. विधायक ने चौधरी ने शहीद चौहान की मुठभेड़ की घटना याद करते हुए कहा कि 1 जनवरी 2009 को जम्मू कश्मीर के रजोरी जिले में मेंडर नामक जगह के पास आंतकियों और सेना के बीच हुई मुठभेड़ में वो शहीद हो गए.


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दरअसल, सेना को सूचना मिली थी कि राजौरी जिले में आतंकी पहुंचेंगे.  सूचना मिलने पर कमांडिंग ऑफिसर के आदेश पर शहीद कंवरपाल सिंह चौहान की टीम सूबेदार राकेश सिंह की अगुआई में सर्च ऑपरेशन के लिए रवाना हुई. घने जंगल जहां पर दिन में भी अंधेरा रहता है, चूंकि जंगल बड़ा गहन था सर्च ऑपरेशन को शुरू हुए 3 घण्टे का समय हो गया था सांय के 5 बज चुके थे अंधेरा होना शुरू हो गया था धुंध छाने लगी थी सारी टीम अपने फासले पर चल रही थी अचानक झाड़ियों से गोली चली ओर सूबेदार राकेश सिंह को गोली लगी जो वही गिर गए. इसी दौरान 2 आतंकवादी झाड़ियों से निकले और सूबेदार राकेश सिंह को  अपने पास खींचकर अंदर ले जाने की कोशिश की. इसपर कंवरपाल सिंह ने दोनों आतंकियों को मार गिराया. 


आतंकियों को मारकर हुए थे शहीद


कवरपाल चौहान घायल सूबेदार राकेश सिंह को उठाने के लिए जैसे ही आगे बढ़े कि झाड़ियों में छिपे आंतकियों ने फायरिंग और ग्रेनेड फेंकने शुरू कर दिए. जिसमें कवरपाल चौहान भी शहीद हो गए. शहीद कंवरपाल सिंह इसके बाद भी हार नहीं माने उन्होंने 2 आतंकवादियों को और मार गिराया. उसके बाद वह भी शहीद हो गए .