अलवर के गोविंदगढ़ में मॉब लिंचिंग मामले में 7 आरोपी गिरफ्तार, भाजपा नेता के बयान के बाद सियासत हुई तेज
Alwar Mob Lynching case Update:अलवर में मॉब लिंचिंग में हुई हत्या मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गोविंदगढ़ के राम बास में करीब 15 से 20 लोगों ने चिरंजीलाल सैनी पर फर्सी और डंडों से हमला किया था जिसकी इलाज के दौरान जयपुर में मौत हो गयी थी.
Alwar Mob Lynching case Update: अलवर में मॉब लिंचिंग में हुई हत्या मामले में पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गोविंदगढ़ के राम बास में करीब 15 से 20 लोगो ने चिरंजीलाल सैनी नामक व्यक्ति पर लाठी फर्सी और डंडों से हमला किया था जिसकी इलाज के दौरान जयपुर में मौत हो गयी थी. अब इस मामले में सियासत भी गरमा गई है भाजपा ने सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर तुष्टिकरण की राजनीति करने के आरोप लगाए हैं.
15 अगस्त को इलाज के दौरान चिरंजीलाल की मौत हो गई
गोविंदगढ़ के रामबास कस्बे का यह मामला है जब 14 अगस्त सुबह करीब साढ़े चार बजे चिरंजीलाल घर कर पास वह शौच के लिए निकला था तभी गाड़ियों में भरकर आये कुछ लोगो ने उसपर लाठी डंडों से हमला कर उसे अधमरा छोड़ कर फरार हो गए थे, उसके बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर गए जहां से उसे जयपुर रेफर कर दिया था वहां 15 अगस्त को इलाज के दौरान चिरंजीलाल की मौत हो गयी थी.
पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद की मांग
मौत की खबर के बाद गोविंदगढ़ कस्बे में स्थानीय लोगों और परिजनों सहीत हिंदूवादी संगठनों ने जाम लगाकर प्रदर्शन किया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की साथ ही एक ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया. जिसमें पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद के साथ ही सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग की गई.
भाजपा नेता ज्ञानदेंव आहूजा ने सरकार को घेरा
इस मामले में भाजपा नेता ज्ञानदेंव आहूजा ने कहा सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे है. यह मामला अगर किसी विशेष समुदाय का होता तो प्रशासन का काम करने का तरीका बदल जाता, चूंकि अब आरोपी विशेष समुदाय के है इसलिए कार्यवाही में तत्परता नहीं बरती जा रही है. अगर सभी आरोपियो को गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा.
मृतक चिरंजीलाल सैनी के पुत्र योगेश कुमार ने सदर थाना क्षेत्र के रहने वाले विक्रम खान सहित अन्य लोगो के खिलाफ अपने पिता की हत्या किये जाने का मामला दर्ज कराया , गोविन्दगढ़ में शाम तक परिजनों व ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन जारी रखा और शव का नहीं उठाया गया. हंगामे के बाद पुलिस ने देर शाम को 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जिसमे असद खां पुत्र मकबूल खां , स्याबु पुत्र असरफ खां , साहुन पुत्र जुम्मे खां , तलीम पुत्र यासीन खां , कासम पुत्र साहबदीन , पोला उर्फ ताफीक पुत्र रुजदार और विक्रम खां पुत्र जुम्मे खां को घटना में शामिल की गई प्रयुक्त स्कॉर्पियो गाड़ी सहित गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी अलवर सदर थाना क्षेत्र के उलाहेड़ी गांव के निवासी है.
इलाज के दौरान मौत
गौरतलब है 14 अगस्त की रात्रि को सदर थाना क्षेत्र के उलाहेड़ी गांव से ट्रेक्टर चोरी हो गया था जिसका पीछा ट्रेक्टर मालिक विक्रम खा सहीत 15 से बीस लोग कर रहे थे,वहीं ट्रेक्टर चोरी की सूचना पर गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने भी नाकेबंदी करा दी थी. ट्रैक्टर चोर नाकेबन्दी के चलते ट्रेक्टर को रामबास में एक खेत मे छोड़कर फरार हो गए. इसी दौरान चिरंजीलाल शौच के लिए बाहर निकला हुआ था, जिसे ट्रेक्टर मालिक और अन्य लोगों ने चोर समझ कर जमकर पीटा जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. इस मामले में मृतक के पुत्र ने अलवर के सदर थाना क्षेत्र के उलाहेड़ी गांव निवासी विक्रम खान सहित 15 से बीस लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया.
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सात आरोपियों को किया गिरफ्तार
एसपी तेजस्वीनी गौतम के निर्देश पर एएसपी सरिता सिंह के नेतृत्व में सीओ कमल प्रसाद मीणा व गोविंदगढ़ थाना प्रभारी को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए , पुलिस ने मामले में आईपीसी की धारा 147 , 148 व 149 में मामला दर्ज कर देर शाम सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. वहीं परिजनों की मांग 5 लाख की सहायता व सरकारी नौकरी के प्रस्ताव सरकार के पास भेजे जाने पर सहमति बनी जिसके बाद शव को लिया गया.