Alwar news: राजस्थान के अलवर जिले के भिवाड़ी के तिजारा में पुलिस ने अधिवक्ता के साथ मारपीट का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ गया. इस मामले में शहर विधायक संजय शर्मा का कहना है कि तिजारा के पुरुषोत्तम सैनी अधिवक्ता है. और लगभग 10-12 दिन पुरानी घटना है. वहां दो समुदाय में झगड़ा हुआ और झगड़े में एक व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है. उसे मामले में मृतकों के परिजनों द्वारा FIR दर्ज हुई. लेकिन उसे मामले में अधिवक्ता पुरुषोत्तम सैनी का कही पर नाम नहीं है. 


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डिप्टी एसपी जांच कर रहे
इस मामले में तिजारा में लगे डिप्टी एसपी भुनेश मीणा जांच कर रहे हे. उनके बारे में समाचार पत्रों में एक खबर सामने आए थी 5 लाख रिश्वत का कोई मामला था. जो अधिवक्ता पुरुषोत्तम सैनी ने मामले को उजागर किया. इस्तगशा करके न्यायालय में और एक केस में दर्ज कराया और जो व्यक्ति था. उसकी भिवाड़ी एसपी के सामने उसकी गवाही भी कार्रवाई. इसी मामले को लेकर डीएसपी मुनेश मीना ने अधिवक्ता को फंसाया गया और सोहना के आसपास से पुलिस ने उनको पकड़ और इतनी बर्बरता पूर्ण तरीके से पुलिस ने उनके साथ मारपीट की है.


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पुलिस ने हार्डकोर अपराधी से भी इतनी मारपीट नहीं करती. जिससे अधिवक्ता पुरुषोत्तम सैनी के साथ की है.जो मुझे मेरे साथीयो द्वारा अधिकारी द्वारा पेशाब किया गया. उनको डंडों से पीटा गया. उनको बंदूक की बड से पिटा गया. विधायक संजय शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री राज्य में कानून व्यवस्था बनाने की बात करते हैं. उनसे मांग करता हूं ऐसे भ्रष्ट डीएसपी मुनेश मीना को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए. राजस्थान के DGP से में मांग करता हूं कि निर्दोष वकील पुरुषोत्तम सैनी को इस मामले से निकला जाए और इस मामले की निष्पक्ष जांच हो. राजस्थान स्तर पर एक विशेष कमेटी बना करके इस मामले की जांच की जाए और जो बर्बरता पूर्ण करवाई पुलिस ने एक अधिवक्ता के साथ की है. उस अधिकारी के खिलाफ उन पुलिस कर्मी के खिलाफ अटेंप्ट टू मर्डर का मुकदमा दर्ज हो. नहीं तो अलवर जिले की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी और हमारे सारे अधिवक्ता वहां पर धरने पर बैठे हुए है. 


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पुलिस ने रात को 11 बजे करवाया अधिवक्ता का मेडिकल
सर्व समाज का धरना वहां चल रहा है और लगभग आज जो जानकारी है 24 घंटे वह धरने पर रहने वाले हैं. विधायक ने यह भी कहा कि इस मामले में जो भी दोषी है उनको सजा दी जाए और जो अधिवक्ता है उनको न्याय दिया जाए. मेडिकल कराने आए तिजारा थाना अधिकारी राजकुमार मीणा ने बताया कि न्यायाधीश के आदेश से आज ही मेडिकल करना और आवश्यक है. उनके आदेश की पालना में गठित मेडिकल बोर्ड से अधिवक्ता को दोसा जेल से लाया गया है. और मेडिकल कराया जा रहा है.


 साथ ही SHO ने बताया न्यायाधीश किशनगढ़ वास ने किशनगढ़ जेल के आदेश किए थे. लेकिन क्योंकि वहा मेव समुदाय के लोग ज्यादा है और अलवर में भी मेव समुदाय के लोग ज्यादा है. इसलिए अधिवक्ता को दोसा जेल मैं शिफ्ट किया गया था. पुलिस के जाप्ते के लिए अधिकारी ने कहा कि जाप्ता हमारे पास पर्याप्त है और भी जाप्ता मंगवाया है. अधिवक्ता को पूरी सुरक्षा दी जाएगी. फिलहाल अधिवक्ता को अलवर के जिला अस्पताल कैदी वार्ड में शिफ्ट कर दिया है. जहां पर उसका इलाज जारी है.