अलवर: चीन में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर भारत सरकार और राज्य सरकार अलर्ट मोड पर है और इससे निपटने के लिए सरकारी अस्पतालों में तैयारियां तेज कर दी हैं. कोरोना का नया वैरिएंट BF.7 चीन में तबाही मचा रखा है. नए वैरिएंट से पूरा चीन हालाकान है. हालात इतने बदतर है कि अस्पतालों में मरीजों की भर्ती के लिए बेड खाली नहीं है. वहीं शवों के अंतिम संस्कार करने के लिए श्मशान घाटों में जगह नहीं है. चीन समेत अन्य देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट है.


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स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर कोरोना से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है. इसी के तहत राजस्थान के हर जिलों में मॉक ड्रिल के जरिए अस्पतालों का रियाल्टी चेक किया जा रहा है. इसी तर्ज पर काला कुआं स्थित सैटेलाइट अस्पताल में एक मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ, जिसमें चिकित्सा विभाग के डिप्टी सीएमएचओ सहित आला अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.


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डिप्टी सीएमएचओ महेश बैरवा ने बताया कोरोना वायरस की एक बार पुनः दस्तक देने को लेकर शासन- प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सक्रिय हो उठा है. इस दौरान मॉक ड्रिल में लॉजिस्टिक, दवा और ऑक्सीजन उपलब्धता के निर्देश दिए गए. साथ ही ऑक्सीजन स्टॉक में रखने को भी निर्देशित किया गया है. 


इसके अलावा कोरोना वायरस के लिए रिपोर्ट तैयार की जा रही है.साथ ही अस्पताल परिसर में rt-pcr जांच सेंटर खोला गया. जहां प्रतिदिन 100 से अधिक जांच की जा रही है. डिप्टी सीएमएचओ ने बताया जिला अस्पताल में करीब ढाई सौ मरीजों के लिए बेड की व्यवस्था है, जिन्हें आवश्यकता के अनुसार बढ़ाया जा सकता है. साथ ही 6 प्लांटों से करीब ढाई से तीन हजार एलमपी ऑक्सीजन की क्षमता है. वही मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग व जांचे की जा रही है. अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोरोना से निपटने की पूरी तैयारी है. अस्पताल प्रबंधन बेकाबू हालात पर काबू पाने में सक्षम है.