किशनगढ़ बास में एक कमरे में संचालित है पशु चिकित्सालय, लोग कर रहे जमीन की मांग
Kishangarh Bas, Alwar News: अलवर के खैरथल में पशु चिकित्सालय एक कमरे में चल रहा है, जो काफी साल पुराना है. वहीं, यहां के लोग इसके लिए कई बार जमीन की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
Kishangarh Bas, Alwar News: अलवर के खैरथल में नवगठित जिले में कहने को तो अ श्रेणी का पशु चिकित्सालय है, लेकिन वह भी स्वयं के भवन में ना होकर नगरपालिका कार्यालय के आफिस के बगल वाली भूमि पर संचालित है.
मिली जानकारी के अनुसार, खैरथल में यह चिकित्सालय पुराने समय का है, उस समय इसका नाम पशु औसधालय था, जो बाद में क्रमोन्नत होकर पशु चिकित्सालय बना. वर्तमान में एक चिकित्सक के अलावा दो सहायक चिकित्सक सहित एक-एक सहायक कर्मचारी की नियुक्ति की हुई है, जबकि क्षेत्रफल व पशुओं की गणना की दृस्टि से सिमित स्टॉफ से ही कार्य किया जा रहा है.
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इस चिकित्सालय में ओसतन बीस पशुओं का इलाज प्रतिदिन किया जाता है. चिकित्सकों के मुताबिक, पशुओं के इलाज हेतु दवाईयों की कमी नहीं है. साल भर पूर्व खुले आसमान के तले बारह मास खुले में ही पशुओं का इलाज किया जाता था, लेकिन भामाशाहों के द्वारा इस चिकित्सालय में दो बड़े टीन शेड लगवाने से पशुओं सहित पशुपालकों को राहत मिलने लगी है.
अस्पताल के पशु चिकित्सक डॉ.हवासिंह चौधरी से छोटे से कमरे में कैसे बैठते है. उन्होंने बताया कि पूर्व में अनेकों बार स्थानीय नगरपालिका सहित विधायकों, मंत्रियों से नगरपालिका द्वारा सात बीघा जमीन के आवंटन की मांग की गईं है, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई है.
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जबकि जिला बनने पर यहां पशु पालन विभाग के सयुंक्त निदेशक भी बैठेगे. उम्मीद है जिला बनने से हमारी भी अवश्य सुध ली जाएगी. इस संबंध में जीव जन्तु प्रेमी योगेश गुप्ता ने बताया कि गत वर्ष देश भर में पशुओं में फैली लंपी नामक बीमारी में पशु चिकित्सालय के डॉक्टर सहित समस्त स्टॉफ ने बड़ा सहयोग करते हुए पूरी रात सेवाएं दी.
Reporter- Arun Vaishnav