Alwar News: कांग्रेस राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान अलवर ड्यूटी में आए बीकानेर के कई पुलिसकर्मियों के साथ यहां के बदमाशों ने मारपीट कर दी. कई पुलिसकर्मियों को चोट भी लगी है. मारपीट इतनी जबरदस्त थी कि एक पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसको आनन-फानन में जयपुर रैफर करवा दिया.


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यह मामला आज मंगलवार शाम को सामने आया और हालत यह थी कि कल रात को ही उस स्थान को खाली करा लिया गया, जहां बीकानेर पुलिस रुकी हुई थी और सभी पुलिसकर्मियों को सुरक्षित स्थान पर भेजा गया. जानकारी अनुसार सोमवार की रात को यह घटना घटित हुई.


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राहुल गांधी की ड्यूटी में आए बीकानेर के पुलिसकर्मी अलवर शहर के एनईबी पुलिस थाना अंतर्गत अंबेडकर नगर स्थित सामुदायिक भवन में ठहरे हुए थे. बीकानेर का एक पुलिसकर्मी रात को करीब 9 बजे खाना लेने गया हुआ था तभी सामुदायिक भवन के समीप एक ई-रिक्शेवाले से एक युवक झगड़ा करता हुआ मिला. पुलिसकर्मी ने अपना धर्म निभाते हुए उसे बचाने की कोशिश की. उस युवक ने रिक्शेवाले को छोड़ा और पुलिस कर्मी के साथ मारपीट कर दी. बाद में दोनों में कहासुनी हुई. 


इसके बाद वह बदमाश अपने साथ करीब 40-50 लोगों को बुला लाया, जिनके हाथों में लाठियां सहित अन्य हथियार थे और उस पुलिसकर्मी के साथ जबरदस्त मारपीट की और वह गंभीर रूप से घायल हो गया. इसके अलावा जिस भवन में पुलिसकर्मी ठहरे हुए थे, उस भवन में उन लोगों ने जबरदस्त तोड़फोड़ कर दी. शीशे तोड़ दिए गए. सूचना के बाद हालांकि पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन जब तक बदमाश वहां से भाग चुके थे.


सो रहा था गार्ड
जानकारी के अनुसार, वह युवक इसी पुलिस थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर है, जिसका नाम मूवीन ऊर्फ लंगड़ा निवासी बेलाका बताया जा रहा है. इस वारदात के बाद पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई हालांकि इस मामले में पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस सामुदायिक भवन में करीब 60 पुलिसकर्मी रुके हुए थे, जिन्हें रात्रि 12:00 बजे वाहन मंगवा कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. बदमाशों ने इस सामुदायिक भवन के सारे शीशे तोड़ कर पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की, जिसमें 4 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें अस्पताल भेजा गया और पुलिसकर्मी अपनी जान बचा कर इधर-उधर भागने लगे. जिस वक्त यह घटना हुई उस वक्त सामुदायिक भवन में उसका गार्ड रामअवतार भी सोया हुआ था, इस घटना की पुष्टि गार्ड रामअवतार ने की है. उसे इस बात की जानकारी नहीं कि यहां पर कौन-कौन लोग आए थे उसने बताया कि अचानक यहां पर भीड़ आई और तोड़फोड़ शुरू कर दी. 


थाने पर मुकदमा दर्ज कराया 
इस संबंध में बीकानेर जिले में तैनात और भरतपुर के डीग निवासी हरेंद्र सिंह ने इस संबंध में थाने पर मुकदमा दर्ज कराया है और मुकदमे में बताया है कि सभी पुलिसकर्मी अंबेडकर नगर स्थित सामुदायिक भवन में ठहरे हुए थे और सो रहे थे मैं जैसे ही बाहर निकला तो मैंने एक रिक्शेवाले से होटल चलने को कहा जहां बाकी पुलिसकर्मी और रुके हुए थे. बाहर सामुदायिक भवन के बाहर एक ई-रिक्शा खड़ा हुआ था. उसमें एक लड़का बैठा हुआ था. मैंने जैसे ही रिक्शा वाले से बोला तो रिक्शा में बैठा युवक आवेश में आ गया और गाली गलौज करने लगा और धमकी देने लगा कि मैं मूवीन हूं. थोड़ी देर बाद ही वह अपने साथ करीब 40 से 50 लोगों को ले आया और सामुदायिक भवन में तोड़फोड़ कर दी.


इसमे सबसे ज्यादा चोट बीकानेर निवासी मोहम्मद यूनुस हेड कांस्टेबल के लगी है, जिसको जयपुर के लिए रेफर कर दिया गया है. एन ई बी थाना प्रभारी राजकुमार राजौरा से इस मामले में मीडिया ने बाइट लेनी चाही तो उन्होंने मीडिया को बाइट देने से मना कर दिया.