Behror, Alwar News: अलवर जिले के बहरोड अस्पताल में गुरूवार को दोपहर अचानक 12 बजे अचानक से ताबड़तोड़ फायरिंग से हड़कंप मच गया.  बता दें कि अलवर पुलिस ने कुख्यात बदमाश लादेन को  बहरोड के अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराने पहुंची थी. वहीं पहले से घात लगाकर बैठे बदमाशों ने लादेन पर फायरिंग की. लादेन ने अपने आपको पुलिस से छुड़ाकर एक डॉक्टर के कमरे में घुसकर अपनी जान बचाई. 


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इस दौरान थानाधिकारी वीरेंद्र पाल के जरिए भी जवाबी कार्रवाई में गोली चलाई गई. बदमाशों के जरिए चलाई गई गोली में लादेन तो बच गया लेकिन वहां इलाज कराने आयी नांगल खेड़ा निवासी भूतेरी देवी और इमरती देवी के पैर में गोली लग लई जिससे वह जख्मी हो गई
वहीं अस्पताल में फायरिंग की सूचना मिलते ही मौके पर एसपी शांतनु कुमार और डीएसपी आनंद राव सहित पुलिस बल मौके पर पहुंचकर पुलिस ने एक बदमाश को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक लोडेड देशी कट्टा और 44 जिंदा कारतूस बरामद किए है.


 बहरोड़ थाना अधिकारी ने इस मामले में बताया कि इस हमले की योजना बनाने वाले जैनपुरबास के रहने वाले रामफल गुर्जर उर्फ रजत सहित सचिन उर्फ रोमी ,प्रकाश और सोनू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एसपी शांतनु कुमार ने कहा इस मामले एक आरोपी रॉकी मीणा को पुलिस ने दबोच लिया है वही अन्य बदमाशो को भी चिन्हित कर लिया गया है जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.


दरअसल, बहरोड और आसपास के क्षेत्र में हरियाणा के गैंग भी सक्रिय है. यहां उन्होंने अपनी अपनी गैंग बना रखी है जो इस क्षेत्र में लूट ,हत्या और रंगदारी करते है , वही वर्चस्व की लड़ाई में ये गैंग आपस में कई बार एक दूसरे पर हमले कर चुकी है , यहां एक गैंग जैनपुर बास निवासी जसराम गुर्जर की और दूसरी गैंग विक्रम उर्फ लादेन के नाम से है , लादेन गैंग ने जसराम गुर्जर की करीब दो साल पहले गोली मारकर हत्या कर दी थी , जिसके बाद जसराम गैंग लादेन की हत्या करने की फिराक में था ,


लादेन को कुछ दिन पूर्व जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिसे बहरोड पुलिस प्रोडक्शन वारंट पर बहरोड लायी थी , दो दिन के पुलिस रिमांड के बाद बहरोड पुलिस लादेन के मेडिकल परीक्षण कराने पुलिस बहरोड अस्पताल पहुंची थी जहां पर लादेन की हत्या के इरादे से फायरिंग की गई .


बहरोड पुलिस की बड़ी चूक सामने आई एक कुख्यात हिस्ट्रीशीटर को जब पुलिस अस्पताल लेकर आई तो क्यूआरटी सहित पर्याप्त जाब्ता नही था ,हालांकि हमलावर अपने मनसूबे पर कामयाब नही हुए जिससे पुलिस की लाज बच गयी , जबकि पुलिस जानती है इन हमलावरों को पपला गुर्जर का संरक्षण भी है हालांकि पपला भले ही जेल में है लेकिन पपला गुर्जर वही है जिसे बदमाश बहरोड की हवालात में बंद पपला को थाने पर एके 47 जैसे हथियारों से ताबड़तोड़ फायरिंग कर छुड़ा ले गए थे ,जिसमे पूरे थाने को लाइन हाजिर होना पड़ा था और कई पुलिस कर्मियों को मिलीभगत के आरोप में बर्खास्त भी किया गया था .


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