Alwar News: आज 3 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो गए. अरावली की वादियों में स्थित करणी माता का मंदिर करीब 350 सौ वर्ष पुराना है. अलवर के राजा बख्तावर सिंह ने आज से 350वर्ष पूर्व स्थापित किया था. 


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अलवर शहर से 6 किलोमीटर ऊपर सरिस्का बफर जॉन के अरावली की पहाड़ियों में जाकर 114 सीढ़ियों नीचे उतरने के बाद करणी माता के मंदिर में पहुंचते है. बीकानेर के देशनोक में स्थित करणी माता का वही भव्य सुंदर स्वरूप अलवर में है. इस बार नवरात्रि 10 दिन के होंगे 5 और 6 को तृतीय है और 7 तारीख को चौथा नवरात्र होगा. 


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आज सुबह से ही छोटे-छोटे बच्चियों और लोग माता के दर्शन करने पहुंचे. चुंकी सरिस्का बफर जोन और टाइगर की टेरिटरी होने के कारण सुबह 6:00 से लेकर शाम को 6:00 बजे तक ही जाने की अनुमति है. वहीं, पुलिस की 24 घंटे सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गई है. 


मंदिर महंत उमेश शर्मा ने बताया कि इस बार नवरात्रि मैं वृद्धि होने से सुख और समृद्धि आएगी. करीब 8 से 9 पीढ़ियों से इस मंदिर की सेवा पूजा कर रहे हैं. विजय मंदिर थाना प्रभारी शिवदयाल मीणा ने बताया कि 150 पुलिस कर्मियों का जाप्ता लगाया गया है. RAC का जाप्ता अलग से है. 


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सुबह 6:00 से शाम को 6:00बजे तक जितने दर्शनार्थी मंदिर प्रांगण तक पहुंचेंगे. उन सभी को दर्शन कराए जाएंगे. यहां आने वाले दर्शनार्थियों के लिए पानी पीने की उचित व्यवस्था की गई है. वहीं, साफ-सफाई के लिए नगर निगम का दस्ता भी मौजूद है.