alwar: अलवर के अरावली विहार थाना क्षेत्र की टाइगर कलौनी में एक मकान में रहने वाली 55 वर्षीय महिला सुबह से गायब मिली. उसके कमरे पर ताला लटका था, उस मकान में अनेकों किरायेदार रहते है, लेकिन किसी को कोई खबर नहीं कि महिला कहां गई होगी. मोहल्ले में भी यह खबर फैल गई. गांव से परिजन भी आ गए लेकिन महिला बत्तो देवी का कोई पता नही चल पाया. आखिर संदेह होने पर महिला के कमरे का ताला तोड़ा गया तो महिला की लाश कमरे में बेड पर पड़ी थी. 


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घटना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गयी थी , घर के बाहर काफी भीड़ जमा हो गयी , सूचना पर एसपी आनन्द शर्मा और थाना अधिकारी जहीर अब्बास मय जाब्ते के घटना स्थल पहुंचे ,एसपी आनन्द शर्मा ने वहां मौजूद परिजनों ने विस्तृत जानकारी जुटाई और मौके पर एफएसएल और एमओबी टीमो को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए , मृतका के शव को कब्जे में लेकर अस्पताल मोर्चरी पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया. एसपी आनन्द शर्मा ने बताया मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद पूरे मामले में तफ्तीश की जाएगी.


दरअसल एसपी आनन्द शर्मा ने उसी दिन अपना अलवर में पदभार संभाला था. प्रथम दृष्टया महिला की हत्या होना प्रतीत हो रहा था. मेडिकल रिपार्ट में भी सामने आया कि महिला की दम घुटने से मौत हुई है. मौके पर लाश के साथ पड़े तकिए से भी यही अंदाज लगाया जा रहा था महिला की तकिए से मुंह और गला दबाकर उसकी हत्या की गई है. पोस्टमार्टम कराने आये थाना अधिकारी जहीर अब्बास ने बताया नङ्गली मेधा निवासी मृतका का पोस्टमार्टम कराया गया अभी इस मामले में अनुसंधान चल रहा है.


इस मामले में एसपी आनन्द शर्मा ने सीओ ग्रामीण अमित सिंह , एसएचओ जहीर अब्बास के नेतृत्व में टीम गठित कर मामले की जांच शुरू की , इस मामले में अरावली विहार थाना पुलिस ,डीएसटी की मदद से आरोपियो की तलाश शुरू की , तकनीकी मदद से उस दौरान रेंज में आये मोबाइल नम्बर्स के अलावा 50 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए आखिर पुलिस को दो लोगों पर संदेह हुआ और उन्हें थाने पर लाकर सख्ती से पूछताछ की गई.


घटना के महज आठ दिन बाद ही पुलिस ने खुलासा करते हुए दो आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया. सीओ अमित सिंह ने बताया महिला बत्तों देवी की हत्या तकिए से मुंह और गला दबाकर की गई थी. इस मामले में पुलिस ने दो आरिपीओ को गिरफ्तार कर लिया है. पकड़े गए दोनों आरोपी महिला को पहले से जानते थे. आरोपियो में उमराव प्रजापत जो बगड़ राजपूत का रहने वाला है और दूसरा आरोपी संजय कुमार जांगिड़ नङ्गली मेधा का रहने वाला है जहां की निवासी मृतका थी.


दरअसल दोनों आरोपियों ने महिला से ब्याज पर पैसे ले रखे थे, जिसमें उमराव की तरफ चार लाख रुपए बकाया थे और संजय जांगिड़ की तरफ करीब सवा लाख रुपए बकाया थे. इस कर्जे से मुक्ति पाने के लिए महिला की हत्या कर दी. आरोपी पहले भी दो बार महिला की हत्या की योजना बना चुके थे लेकिन सफल नही हो पाए थे. 


आरोपी अपने साथ चूहे मारने की दवा ,बेहोशी की दवा भी लेकर आये थी कि महिला को चाय में नशीला प्रदार्थ मिला कर बेहोश करने की योजना थी लेकिन महिला ने खुद चाय बनाई तो योजना फेल हो गयी. आरोपियो ने हत्या के बाद पुलिस को भी गुमराह करने का प्रयास पूरा किया. पोस्टमार्टम से लेकर पुलिस की जांच में भी साथ रहे यहां तक कि मृतका के घर भोजन भी इनके यहां से आता रहा लेकिन कानून के हाथ लंबे होते है.


फिर आरोपियों ने तकिए से महिला का गला दबाकर हत्या कर कमरे का बाहर से ताला लगाकर फरार हो गए थे. पुलिस ने आखिर महज आठ दिनों में पुलिस ने मामले का खुलासा कर आरोपियो को सलाखों के पीछे भेज दिया है.