Khairthal, Alwar News: कहते हैं कि डॉक्टर भगवान का रूप होते हैं. लोगों को अपने कुशल अनुभव से उन्हें जीवनदान देने का काम डॉक्टर ही निभाते हैं लेकिन अगर एक डॉक्टर खुद ही किसी को कोख में पल रहे बच्चे को गिराने की बात करें तो लोगों का डॉक्टर से भी विश्वास उठ जाता है. 


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मामला खैरथल जिले के किशनगढ़बास का है, जहां पर एक महिला कस्बे में स्थित विनायक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर अपनी कोख में पल रहे बच्चे की स्थिति का पता लगवाने के लिए अल्ट्रासाउंड करवाने गई थी, लेकिन डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड के बाद पूरे परिवार को सदमे में डाल दिया. डॉक्टर ने परिवार से कहा कि कोख में पल रहे बच्चे की धड़कन नहीं चल रही है. बच्चा गिराना पड़ेगा, जिससे पूरा परिवार सदमे में आ गया और बच्चा गिराने के लिए दवाई खा ली.



परिवार का दिल नहीं माना और परिवार दूसरे डॉक्टर के पास अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गया और दोबारा से अल्ट्रासाउंड करवाया, जहां पर एक बार फिर सभी लोग चकित रह गए. अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में बच्चे की धड़कन सही पाई गई, हालांकि ये पूरा मामला 28 अगस्त से जुड़ा हुआ है, जहां पर आज भी परिवार को उस अल्ट्रासाउंड सेंटर और उसके डॉक्टर अमित बंसल पर कार्यवाई का इंतजार बना हुआ है, जिसकी शिकायत परिवार टोल फ्री नंबर 181 पर भी कर चुका है तो वही परिवार ने अलवर सीएमएचओ को भी इस बाबत शिकायत दी है. 



किशनगढ़बास थाना अंतर्गत न्याणा गांव निवासी रघुवीर जाटव ने बताया की वो अपनी पत्नी संध्या के पेट में दर्द होने पर विनायक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर गए थे, लेकिन डॉक्टर ने जांच रिपोर्ट गलत बनाई थी, जिससे हमारे बच्चे की जान पर बन गई थी. अभी पेट में बच्चा ठीक है लेकिन डॉक्टर के खिलाफ उन्होंने कई जगह शिकायत देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं होने से परिवार हताश है. इस पूरे प्रकरण में जांच कर रहे डॉक्टर केके मीणा बताया कि इस बाबत जांच कमेटी लगाई हुई है, जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा.



 


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