Alwar News: राजस्थान के अलवर सरिस्का बाघ अभ्यारण क्षेत्र में हुई जोरदार बरसात के बाद एनीकट सहित और पोखर में आया पानी. सरिस्का में बने एनीकटों में भी भरपूर पानी भी पहुंचा, जिससे वन्यजीवों को काफी लाभ मिलेगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इस वर्ष गर्मियों के समय में भी हुई बरसात से एनीकट में भी पानी भरा रहा. वहीं, अब दोबारा से मानसून सक्रिय होने पर आज रूपारेल नदी में भी करीब 1 फुट पानी की आवक देखने को मिली है, जिसमें स्थानीय लोगों का कहना है कि जयसमंद बांध में अब नदी की सफाई होने के बाद जो अवरोधक है, उनकी खुदाई होने के बाद पानी सही मात्रा में जयसमंद में जा रहा है. 


यह भी पढ़ेंः इस तारीख को खाते में आ जाएगी पीएम किसान सम्मान निधि की रकम, इन लोगों को नहीं मिलेगा फायदा


वहीं, मालाखेड़ा रोड पर स्थित रूपारेल नदी के पुल पर जो जलकुंभी थी. उन्हें अलवर विधायक संजय शर्मा ने हटवाया था. अब किसी भी तरह की कोई रुकावट नहीं है और रूपारेल नदी में अब लगातार अच्छी बरसात के बाद बह रही है, जिससे ग्रामीणों को काफी फायदा है. 


रूपारेल नदी के आसपास क्षेत्र में भूजल स्तर भी बढ़ सकेगा. नटनी का बारा से अकबरपुर से निकलकर उमेरण होते हुए सीधे जयसमंद बांध में रूपारेल नदी का पानी भी पहुंचता है, जिससे रास्ते में पड़ने वाले छोटे एनीकट, तालाब, और जयसमंद बांध में पानी की अच्छी आवक होती है. 


यह भी पढ़ेंः Tomato Price: टमाटर हुआ सस्ता, अब इतने में मिलेगा 1 किलो टमाटर


वहीं, भूमि का जल स्तर बढ़ जाता है. अब तक 3 बारिश हो चुकी है, जिससे अरावली की वादियां हरी भरी और खुशनुमा दिख रही है. तपोभूमि होने के साथ विश्व पटल पर सरिस्का बाघ अभ्यारण भी पर्यटकों को आकर्षित करता है क्योंकि राजस्थान सरकार द्वारा 1 जुलाई से लेकर 30 सितंबर तक बारिश होने के चलते 3 महीने तक सरिस्का बाघ अभ्यारण को बंद कर दिया जाता है.