Rajasthan News: अलवर शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. जिधर देखो उधर, क्या बच्चे, क्या बूढ़े, क्या युवक, क्या युवतियां, क्या महिलाएं सभी पानी की तलाश में दौड़ते नजर आते हैं. वर्तमान बीजेपी सरकार से जुड़े नेता शहर से गायब हो गए है. लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री ने ईआरसीपी योजना को लेकर आभार यात्रा निकाला था, लेकिन जलदाय विभाग का आश्वासन आमजन का कंठ गिला नहीं कर पा रहा है, बस झूठ और आश्वासन पर जलदाय कर्मियों का रटा रटाया बयान टिका है. 


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कई बार प्रदर्शन के बाद भी हाल में नहीं हुआ सुधार 
अलवर के वार्ड न 32 फ्रेंड्स कॉलोनी में गर्मी की तपिश बढ़ते ही पेयजल संकट गहराने लगा है. इसके चलते क्षेत्र में पेयजल पूर्ति ठप होने से लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने के साथ पेयजल के लिए इधर-उधर भटक रहे है. परेशान होकर क्षेत्र के लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, लोग पानी की समस्या को लेकर कई बार जलदाय विभाग कार्यालय और जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.  


साल से मंडरा रहा पेयजल संकट
प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने बताया फ्रेंड्स कॉलोनी में पिछले 20 साल से पेयजल संकट है. महिलाओं व बच्चों का पूरा दिन पानी लाने की जुगत में निकल जाता है. टैंकर वाले भी ऊंचे दामों पर पानी की सप्लाई करते हैं. अब स्थिति यह हो गई है कि सुबह उठते ही लोगों को पानी की समस्या सताने लगती है. स्थानीय निवासी महिला प्रभात सिंह ने बताया कई वर्षों से पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. ऐसे में समिति द्वारा 60 लाख रुपए का प्लॉट बोरिंग के लिए दान किया गया. बोरिंग होने के बाद जलदाय विभाग यहां का पानी अन्य क्षेत्र में सप्लाई करने की बात करते हैं. ऐसे में जलदाय विभाग को चाहिए कि प्राथमिकता पर फ्रेंड्स कॉलोनी को पानी दिया जाए. इसके बाद अन्य क्षेत्र में मांग के अनुसार पानी की आपूर्ति की जाए. 


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