अलवरः 240 रुपए मिलती है मनरेगा की मजदूरी, फिर भी महीनों का इंतजार, अब नमक, आटा और दाल खरीदने में सोचना पड़ रहा
MNREGA, Ramgarh Municipality: राजस्थान में मनरेगा मजदूरों को 240 रुपए का भुगतान किया जा रहा है, पर वे भी समय से नहीं मिल रहा है. इसके लिए कई महीनों का इंतजार करना पड़ रहा है. ऐसा ही मामला आया है अलवर के रामगढ़ से, समय पर मजदूरी नहीं मिलने की वजह से नमक आटा और दाल का इन मजदूरों के सामने संकट खड़ा हो गया है.
MNREGA, Ramgarh Municipality: रामगढ़ नगर पालिका की तरफ से मनरेगा में कार्य कर रही सैकड़ों महिलाओं को 3 महीने से मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया. आक्रोशित सैकड़ों महिलाओं ने नगर पालिका में प्रदर्शन करते हुए जमकर हंगामा किया. मनरेगा महिलाओं का आरोप है कि कई किलोमीटर पैदल चलकर मनरेगा के चल रहे कार्य में मजदूरी करने के लिए जाते हैं,
उसके बावजूद भी 3 महीने से नगरपालिका द्वारा किसी भी मनरेगा में कार्यरत मजदूरों महिलाओं को मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया. यदि सुबह के टाइम स्कूल जाने के लिए बच्चों को तैयार करने में 5 मिनट भी लेट हो जाते हैं, तो मनरेगा के जेईएन द्वारा गैर हाजरी लगा दी जाती है. मजदूरी नहीं मिलने के कारण घर का खर्चा चलाना भारी पड़ रहा है. बच्चों की विद्यालय में फीस कहां से भरें. जब मजदूरी ही नहीं मिलेगी तो बच्चों को निजी विद्यालय में बैठने नहीं दिया जाता. जिसके कारण बच्चों को घर भगा दिया जाता है.
यदि नगर पालिका द्वारा भुगतान नहीं किया गया तो तहसील रंगमंच पर सभी मनरेगा की महिलाएं बैठकर धरना प्रदर्शन करेगी. जिसके जिम्मेदार नगरपालिका होगी. मनरेगा के जेईएन का कहना है कि ईओ का तबादला होने के कारण आईडी बंद कर दी गई थी, अब रामगढ़ तहसीलदार धीरेंद्र कदम को नगरपालिका का ईओ लगाया गया है, जिसकी आईडी चालू होने में अभी विलंब हो रहा है साथ ही सख्त आदेश है कि यदि कोई मनरेगा मजदूर लेट हो तो उसकी गैरहाजिर लगाई जाए.
मनरेगा के जेईएन श्रीनिवास मीणा का कहना है कि ईओ का तबादला होने के कारण आईडी बंद कर दी गई थी, अब रामगढ़ तहसीलदार धीरेंद्र कदम को नगरपालिका का ईओ लगाया गया है, जिसकी आईडी चालू होने में अभी विलंब हो रहा है साथ ही सख्त आदेश है कि यदि कोई मनरेगा मजदूर लेट हो तो उसकी गैरहाजिर लगाई जाए.
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