Bansur : राजस्थान के अलवर के बानसूर के छोटे से गांव गढ़ी की रहने वाली रवीना गुर्जर ने 12वीं क्लास में 93 फीसदी अंक हासिल कर सबको हैरत में डाल दिया था और परिवार का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया था. रवीना गुर्जर से मिलने जब ज़ी मीडिया की टीम पहुंची तो उसके घर के तंगहाली सामने आयी और पता चला की रवीना गुर्जर ने बिना बिजली के 93 फीसदी अंक हासिल किये हैं. 


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सोचिए जो बिना बिजली कनेक्शन के पढ़कर 12वीं में 93 फीसदी अंक ला सकती है, वो सुविधाएं मिलने पर क्या कुछ नहीं कर सकती. बकरी चराने वाली टॉपर रवीना गुर्जर की खबर देखने के बाद उद्योग मंत्री और बानसूर विधायक शकुंतला रावत ने रवीना गुर्जर के घर के लिये बिजली कनेक्शन जारी किया. जिसका डिमांड नोटिस भी बिजली विभाग खुद जमा कराएगा.


नारायणपुर के एक छोटे से गांव गढ़ी की रहने वाली छात्रा रवीना गुर्जर, गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गढ़ी में पढ़ाई कर रही है. जब उसके स्कूल के मास्टर उसको बधाई देने उसके घर पहुंचे तो रवीना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उसे विश्वास ही नहीं हुआ की वह नारायणपुर, थानागाजी की टॉपर आई है.


 रवीना के परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद कमजोर है. पिता रमेश की मौत बचपन में ही हो गई थी. वही उनकी माता विद्या देवी बीमार है. जिनकी किडनी का तीन साल पहले ऑपरेशन हुआ था और आज भी इलाज जारी है. रवीना परिवार में तीसरे नंबर की बेटी है. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बाद भी वो पढ़ रही है.


परिवार का खर्च पशु पालन से चलता है. रवीना बकरियां भी चराती है अपनी मां का घर के काम काज में भी हाथ बंटाती है. रवीना गुर्जर की दादी जाना देवी जो 90 साल की है ने बताया कि उसकी पौती रवीना 12 वीं कक्षा में टॉपर आने पर वो खुशी के आंसूओं को रोक नहीं पाई और उसने बेटी को आशीर्वाद दिया.


 रवीना गुर्जर के दो भाई हैं एक बड़ा, दूसरा छोटा है जो कक्षा 10 वीं की परीक्षा दी है. जिसका परिणाम आने वाला है. रवीना गुर्जर आगे पुलिस सेवा में भर्ती होकर जनता की सेवा करना चाहती है. रवीना गुर्जर के तीन कच्चे घर है. जिनपर तीरपाल डाली हुई है. रवीना गुर्जर की खबर ज़ी राजस्थान पर प्रमुखता से दिखायी गयी जिसके बाद उसके घर के लिये बिजली कनेक्शन जारी हो गया है.


रवीना गुर्जर का घर को जगमग हो जाएगा लेकिन जरूरत है कि इस मेधावी बच्ची की पढ़ाई लिखाई के लिए भी सरकार मदद करें. ताकि रवीना और नाम कमाए और पूरे राज्य का नाम रोशन करें. वरना कहीं गरीबी का बोझ रवीना गुर्जर के सपनों को रौंद ना दें. इस खबर को बताने का मकसद ये है कि महज रवीना गुर्जर के घर पर बिजली कनेक्शन दे देने भर से काम पूरा नहीं होगा. सरकार को चाहिए की इस ब्रिलिएट स्टूडेंट की पढ़ाई का जिम्मा भी उठाए. ताकि रवीना के सपने पूरे हो सकें.


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