Alwar: प्रदेश में चारों तरफ गिरते भूजल से हाहाकार मचा हुआ है. अलवर जिले की बात करें तो यहां भी जिले के सभी 15 ब्लॉक डार्क जोन में जा चुके हैं. जिसके चलते आए दिन सड़कों पर पानी के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं किसान भी सिंचाई के लिए पानी ना मिल पाने से परेशान हैं.


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जिले के बांधों की स्थिति पर नजर डालें तो जल संसाधन विभाग के अधीन 26 बांधते हैं, लेकिन उसमें से सिर्फ दो ही बांधों में पानी मौजूद है बाकी सारे बांध सूखे पड़े हैं. इसका मुख्य कारण नदी नालों में हो रहे अतिक्रमण के चलते बारिश का पानी बांधों में नहीं पहुंच पा रहा हैं. 


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अलवर के मुख्य बांध जयसमंद की बात करें तो यहां पिछले अनेक वर्षों से एक बूंद पानी तक नहीं पहुंचा है, वहीं शहर के आसपास के विजय मंदिर बांध और प्रताप बांध के भी कमोबेश यही स्थिति बनी हुई है. बांध क्षेत्रों में लगातार हो रहे अतिक्रमण की बात करें तो प्रशासन की अनदेखी के चलते बांध क्षेत्रों में चारों तरफ बड़े-बड़े अतिक्रमण हो चुके हैं.


यहां सिलीसेढ़ लेक पैलेस के चारों तरफ भी ऐसे अनेकों रिसोर्ट और होटल के अवैध निर्माण हो चुके हैं जिसके चलते आने वाला पानी अवरुद्ध हो रहा है. इसके अलावा भी जयसमंद बांध हो या भाखेड़ा यहां भू माफियाओं द्वारा लगातार अवैध प्लाटिंग कर यहां हजारों की संख्या में निर्माण कर दिए गए हैं. जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है और भूजल स्तर बिल्कुल नीचे गिरता चला जा रहा है.


Report-Jugal Kishor


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