अलवर- सरकार की राजीव गांधी स्मार्टफोन वितरण योजना, महिलाओं को नहीं मिल रहा है योजना का पूरा लाभ
Alwar news: राज्य सरकार के द्वारा गरीब महिलाओं, स्कूल की बालिकाओं, विधवाओं व नरेगा महिला कर्मियों के लिए चलाई जा रही राजीव गांधी स्मार्टफोन वितरण योजना अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ती हुई नजर आ रही है.
Alwar news: राज्य सरकार के द्वारा गरीब महिलाओं, स्कूल की बालिकाओं, विधवाओं व नरेगा महिला कर्मियों के लिए चलाई जा रही राजीव गांधी स्मार्टफोन वितरण योजना अधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ती हुई नजर आ रही है. इस योजना में पात्र लोगों को सही मायने में इसका लाभ मिल ही नहीं पा रहा है. तिजारा विधानसभा क्षेत्र में केवल तिजारा उपखंड मुख्यालय पर नगर पालिका परिसर में फोन वितरण केंद्र बनाया गया है, जिसमें भारी मात्रा में भीड़ एकत्रित होती है, लेकिन ज्यादातर लोग बिना फोन लिए ही घर वापस लौट जाते हैं.
इसी समस्या से जूझ रही भिवाड़ी के घटाल की सैकड़ो महिलाओं ने गुरुवार को घटाल में स्थित सरकारी स्कूल के सामने बैठकर धरना प्रदर्शन किया साथ ही राज्य सरकार की इस योजना को नाकारा बताते हुए गरीबों के साथ खिलवाड़ करना बताया. इस दौरान धरना दे रही महिलाओं ने बताया कि उन्होंने गत 5 सितंबर को नगर परिषद भिवाड़ी में जाकर इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया था जिसका कुछ महिलाओं को तो टोकन दे दिए गए और कुछ महिलाओं के टोकन अभी तक नहीं आए हैं. 26 सितंबर को शाम 4 बजे टोकन की सूचना मिली तो महिलाएं 27 सितंबर को तिजारा फोन वितरण केंद्र पर फोन लेने के लिए पहुंच गई लेकिन वहां पर अधिकारियों ने यह कहते हुए उन्हें वापस भेज दिया की भिवाड़ी केंद्र के फोन वितरण तो 26 तारीख को हो चुके हैं अब किसी को भी फोन नहीं मिलेंगे.
ऐसा सुनकर फोन लेने गई महिलाएं और बालिकाएं अपने टोकन को लेकर वापस घर आ गई ऐसी एक नहीं सैकड़ो महिलाएं हैं जो रोजाना अपनी मजदूरी को छोड़कर फोन लेने के लिए भिवाड़ी से करीब 70 किलोमीटर चलकर और 100 रुपए बस में किराया लगाकर तिजारा जाती हैं और बिना फोन लिए ही वापस आ जाती है, धरना दे रही महिलाओं के बीच पहुंचे भिवाड़ी नगर परिषद के नेता प्रतिपक्ष और पार्षद नरेंद्र खटाना ने बताया कि गहलोत सरकार ने चुनावी समय में महिलाओं को फोन देने का झूठा वादा किया है. भिवाड़ी के घटाल गांव में ही करीब 200 महिलाओं व छात्राओं ने फोन लेने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाएं हैं लेकिन अभी तक मात्र 10 महिलाओं को ही यह फोन मिले हैं.
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बाकी सभी लोग रोजाना तिजारा जाते हैं और अधिकारी उन्हें डांट फटकार कर वापस भेज देते हैं. सरकार को दिखाने के लिए अधिकारियों ने रजिस्ट्रेशन तो कर दिए लेकिन अब उनके पास महिलाओं को देने के लिए फोन ही नहीं है ऐसे में क्षेत्र की हजारों महिलाएं और बालिकाएं रोजाना फोन वितरण केंद्र के चक्कर लगाकर वापस घर आ जाती हैं. वही भिवाड़ी नगर परिषद के आयुक्त सुरेश मीणा ने बताया कि इस योजना के लिए भिवाड़ी में करीब 1300 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं. भिवाड़ी नगर परिषद क्षेत्र में फोन वितरण करने का कोई भी शेड्यूल उनके पास नहीं है और कितने फोन अभी तक भिवाड़ी के लोगों को मिल चुके हैं यह डाटा भी उनके पास नहीं है.