उदयपुर हत्याकांड के विरोध में, 2 जुलाई को अलवर बन्द का एलान
अलवर में उदयपुर की घटना के विरोध में सर्व समाज द्वारा व व्यपारियों द्वारा बन्द रखा गया है, जो गहलोत सरकार की आंखे खोलेगा.
Alwar: दो दिन पूर्व उदयपुर में कन्हैया लाल की नृशंस तरीके से की गई हत्या का विरोध पूरे प्रदेश में देखने को मिल रहा है. इसी सिलसिले में दो जुलाई को विभिन्न सामाजिक संगठनों व व्यपारियों ने दो जुलाई को अलवर बन्द का आव्हान किया है. अलवर में अग्रवाल धर्मशाला में एक प्रेसवार्ता में बताया गया कि सर्व समाज व व्यपारियों सहित हिंदूवादी संगठनों के कि ओर से उदयपुर की घटना के विरोध में स्वप्रेरित इच्छा से शनिवार दो जुलाई को अलवर बन्द का निर्णय लिया गया है.
इस दौरान विधायक संजय शर्मा ने गहलोत सरकार पर भी आरोप लगाए उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार साढे़ तीन साल के कार्यकाल में सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगी रही है, प्रदेश में लॉ एंड ऑर्डर पूरी तरह फेल हो चुका है. यही कारण है कि प्रदेश में आये दिन साम्प्रदायिक घटनाएं हो रही हैं, लेकिन सरकार तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है. अलवर में उदयपुर की घटना के विरोध में सर्व समाज द्वारा व व्यपारियों द्वारा बन्द रखा गया है, जो गहलोत सरकार की आंखे खोलेगा.
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उदयपुर में हुई घटना के बाद से चारों तरफ आक्रोश बना हुआ है, इसमें कही सरकार पर लापरवाही की आरोप लग रहें हैं, तो कहीं पुलिस के खिलाफ लोगों में गुस्सा हैं. पूरे प्रदेश में हत्यारों को जल्द से जल्द फांसी दिए जाने की मांग उठ रही है, गुरुवार को जयपुर बन्द के बाद अब अलवर में भी 2 जुलाई को अलवर बन्द का एलान कर दिया गया है.
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