Alwar News : सरकार एक तरफ बड़े भू माफियाओं के आगे नतमस्तक हो जाती है. दूसरी तरफ खाली पड़ी सरकारी जमीन पर बेसहारा बच्चों को पढ़ाने वाले अस्थाई स्कूल को पूरी तरह उजाड़ दिया जाता है. ऐसा ही मामला अलवर में सामने आया है जहां नगर परिषद के अधिकारियों ने पूरी हठधर्मिता दिखाते हुए 155 बच्चों को पढ़ाई का आशियाना उजाड़ दिया. अब उन बेसहारा बच्चों के सामने पढ़ाई का संकट पैदा हो गया है.


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इस स्कूल को चलाने वाली एनजीओ ने राजस्थान सरकार के मंत्री टीकाराम जूली सहित प्रशासनिक अधिकारियों से भी जमीन उपलब्ध कराने की मांग की लेकिन प्रशासन ने जमीन तो उपलब्ध नहीं कराई लेकिन उन बच्चों को पढ़ाने के स्थान को पूरी तरह उजाड़ दिया गया. इस एनजीओ ने गणेश गुवाडी में गौशाला के पास अस्थाई रूप से टीन शेड लगाकर स्कूली कमरों का रूप दिया था जिसमें 155 बेचारा बच्चे पढ़ते थे. जो गाड़िया लोहार, सपेरे या भिक्षावृत्ति करने वाले बच्चे जिनका कोई भी नहीं था उन बच्चों को आप साथ दो सेवा समिति बचपन बचाओ संस्थान एनजीओ पढ़ाती थी. यह जो पहले लोहा मंडी के पास पढ़ाती थी लेकिन बच्चे जैसे जैसे बढ़ते गए स्थान की आवश्यकता हुई तो इन्होंने गणेश गुवाडी में सरकारी गौशाला के पास खाली जमीन पर अपना स्कूल संचालित किया और यही स्कूल भी टीन शेड लगाकर बनाया गया था.


रात के अंधेरे में जेसीबी की सहायता से उसे हटा दिया गया.इस कार्रवाई के बाद बच्चों की पढ़ाई लिखाई की किताबें व अन्य सामान खुले आसमान तले रखे गए . नगर परिषद की हरकत यही कम नहीं हुई बल्कि 4 दिन पहले भी बच्चों को पानी पिलाने के लिए गौशाला से जो पानी लिया जाता था उसकी सप्लाई भी पूरी तरह बंद कर दी गई. सबसे बड़ी बात यह है कि नगर परिषद के अधिकारी कैमरे के सामने भी यह कहते कह रहे है. कि उन्हें पता नहीं है कितनी जमीन पर अतिक्रमण है. और ना हमने अतिक्रमण हटाने के लिए कोई जगह चिन्हित की और ना ही इस संबंध में उनके पास कोई डाटा है.


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