Alwar: आज यानी 26 जून को गणेश पूजन के साथ सुभाष चौक स्थित भगवान जगन्नाथ मेले का शुभारंभ हो चुका है. इस दौरान 21 पंडितों ने मंत्रोच्चारण कर भगवान गणेश को मेले में आने का निमंत्रण दिया. इस दौरान महिलाओं ने मंदिर में मंगल गीत गए.


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कोरोना के चलते दो साल से मेला स्थगित  
गौरतलब है कि प्राचीनकाल से भगवान जगन्नाथ मेले का आयोजन होता आ रहा है. इस दौरान साल भर में भगवान जगन्नाथ की सुभाष चोक से रथ यात्रा निकाली जाती है, लेकिन कोरोना के कारण पिछले 2 सालों से भगवान जगन्नाथ का मेला स्थगित किया गया था लेकिन इस बार भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा और मेले के आयोजन को लेकर लोगों में काफी उत्साह नजर आ रहा. पंडित देवेंद्र शर्मा ने बताया मेले को लेकर जोर शोर से विशेष तैयारियां की जा रही है. मंदिर का रंग रोगन साफ सफाई रथ का मेंटेनेंस सहित जरूरी कार्य संपन्न किए जा चुके हैं. आज भगवान गणेश को न्योता देकर मेले का शुभारंभ किया गया है. आगामी कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे.


26 जून को गणेश पूजन से होगा महोत्सव का शुभारंभ
जगन्नाथ मंदिर के महंत पंडित देंवद्र शर्मा ने बताया कि 26 जून 2022 को सुबह 9 बजे गणेश पूजन के बाद भगवान जगन्नाथ के रथयात्रा महोत्सव का शुभारंभ होगा. 29 जून को दोयज पूजन, 1 मई को प्रात: 6 बजे अखंड कीर्तन प्रारंभ होगा. 8 मई को प्रात: 6 बजे अखंड कीर्तन का समापन होगा. इसी दिन शाम को 6 बजे भगवान सीताराम की सवारी निकाली जाएगी. 21 जुलाई को भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पुराना कटला स्थित जगन्नाथ मंदिर से रवाना होगी. 22 जुलाई को रूपबास में मेला भरेगा.


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वहीं 7 जुलाई को पुराना कटला जगन्नाथ मंदिर से सीतारामजी की सवारी रूपबास के लिए रवाना होगी. 8 जुलाई को जगन्नाथजी महाराज की सवारी रूपबास के लिए रवाना होगी. 9 जुलाई को रूपबास में मेला भरेगा. 10 जुलाई को जानकी मैया की सवारी रूपबास के लिए रवाना होगी. रूपबास में मेला भरेगा व रात्रि को वरमाला महोत्सव होगा. 11 जुलाई को रूपबास में मेला भरेगा. भक्त विवाह के बाद जगन्नाथ और जानकी मैया के दर्शन करेंगे.12 जुलाई को जगन्नाथजी सवारी, रूपबास के पुराना कटला जगन्नाथ मंदिर के लिए रवाना होगी.


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