अलवर: खेड़ली कस्बे सहित क्षेत्र के आस पास का एकमात्र सरदारमल राजकीय रैफरल अस्पताल इन दिनों अपनी दुर्दशा को लेकर रो रहा है. वहीं,  खुद अस्पताल ही अपने इलाज के लिए तरस रहा है मिली जानकारी के अनुसार,  अस्पताल भवन काफी पुराना हो चुका है इसके चलते अस्पताल के जनरल वार्ड ऑपरेशन थिएटर तथा बरामदे में जगह जगह छतों में दरारे हो चुकी है, जिससे बरसात के मौसम में छतों से पानी टपकता रहता है, जिसके दौरान अस्पताल परिसर में भर्ती मरीज एवं लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है.


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यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन विभाग की और से इस ओर कोई ध्यान नहीं जा रहा है, जिसके चलते अस्पताल अपनी बदहाली पर रो रहा है. वहीं, छतों से पानी टपकने से भर्ती मरीज एवं दिखाने आने वाले रोगी एवं परिजनों को भी अपने सुरक्षा को लेकर चिंता बनी रहती है. कहीं बड़ा हादसा होकर छत ही नहीं गिर जाए और वह गंभीर दुर्घटना के शिकार नहीं हो जाए.


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अस्पताल में हर दिन पांच से छह सौ आते हैं मरीज


चिकित्सालय में प्रतिदिन 500 से 600 रोग उपचार के लिए आते हैं तथा काफी संख्या में मरीज भर्ती भी होते हैं चिकित्सालय प्रभारी डॉ अंकित जेटली ने बताया कि इस संबंध में उपखंड अधिकारी सहित उच्च अधिकारियों को अस्पताल की दयनीय हालत और अस्पताल की दुर्दशा के संबंध में अवगत कराया जा चुका है जल्द ही इसका मरम्मत कार्य शुरू कर दिया जाएगा.