माता जानकी को ब्याहने पहुंचे भगवान जगन्नाथ, शाही लवाजमें का जगह-जगह स्वागत
दूल्हा बने जगन्नाथ की नयनाभिराम छवि को देखने चौपड़ बाजार में श्रद्धालुओं की भीड जमा रही. इस अवसर पर धंटे धडियाल, शंख की ध्वनि के साथ साथ जय जगदीश हरे के उद्घोष से समूचा वातावरण जगदीशमयी हो गया.
Rajgarh-Laxmangarh : जन-जन की आस्था के आराध्य देव भगवान जगन्नाथ जी महाराज की रथयात्रा अलवर के राजगढ़-लक्ष्मणगढ़ विधानसभा क्षेत्र में पुलिस की सलामी और शाही लवाजमें के साथ चौपड़ बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर से निकाली गई. इस मौके पर भगवान को गरुड़ रूपी विमान मे आरूढ़ कर मंहत पूरणदास और मदनमोहन ने पूजा अर्चना की.
दूल्हा बने जगन्नाथ की नयनाभिराम छवि को देखने चौपड़ बाजार में श्रद्धालुओं की भीड जमा रही. इस अवसर पर धंटे धडियाल, शंख की ध्वनि के साथ साथ जय जगदीश हरे के उद्घोष से समूचा वातावरण जगदीशमयी हो गया. रथयात्रा के आगे बैंड बाजों पर भजनों की प्रस्तुतियों के साथ सैकड़ों भक्तों की टोलीयां नाचते थिरकते महानायक की महिमा का बखान कर रही थी.
महिला-पुरूष रथ के नीचे निकले की होड़ में मशक्कत कर धर्मलाभ कमाने में पीछे नही रहे. दूसरी तरफ रथ के पीछे उमस के बावजूद नन्हे बच्चों की पेट पलनियां परिक्रमा देने वालों की होड़ सभी के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हुई थी. दूल्हे बने जगन्नाथ की सीताराम मंदिर, कांकवाडी हनुमान मंदिर, अवधूत आश्रम के मंहत स्वामी श्याम भारती सहित अनेक मंदिरो के मंहतो की ओर से आरती उतार अगुवानी की.
रथयात्रा के मार्ग में अनेक सामाजिक संगठन और सेवाभावी लोगों ने शीतल मीठे पानी की प्याऊ, नींबू शिकंजी और प्रसाद का वितरण कर धर्मलाभ कमाया. कानूनी व्यवस्था को लेकर पुलिस-प्रशासन की तरफ से माकूल व्यवस्था रही. देर रात जगन्नाथ भगवान, गंगाबाग पहुंचे, जहां वधु पक्ष के मंहत प्रकाशदास ने महाआरती और पुष्प वर्षा कर अगुवानी की. इसी के साथ गंगाबाग परिसर में सात दिवसीय मेला महोत्सव का आगाज हो गया.
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