Alwar: अलवर जिला कलेक्टर पुखराज सेन के निर्देश पर आज यूआईटी की जमीनों से अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाकर करीब 55 बीघा जमीन मुक्त कराई गई .जिसकी बाजार में करीब 100 करोड़ कीमत है.यूआईटी की इस कारवाही से हड़कंप मच गया.यूआईटी ने आज शनिवार सुबह से ही अलवर शहर से लगती हुई दिवाकरी ग्राम पंचायत के पास बनी 1998 में अवाप्त की गई. 


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 10 बीघा जमीन अतिक्रमण मुक्त 
साकेत नगर योजना से 20 बीघा जमीन मुक्त कराई. यूआईटी ने जेसीबी की सहायता से कच्चे अतिक्रमण हटा दिए. जमीन पर भूमाफिया और अतिक्रमणकारियो ने प्लॉटिंग कर ली थी. उसे यूआईटी अलवर के जेसीबी के दस्ते के साथ अतिक्रमण तोड़कर हटा दिया दूसरी कार्रवाई में केमाला गांव में 10 बीघा जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई. गई. पास ही स्थित अन्य 10 बीघा जमीन को मुक्त कराने की कार्रवाई की गई.


चारदीवारी को तोड़कर कर समतल किया
अतिक्रमण हटाने की कारवाही में यूआईटी ने कच्चे रोड, चारदीवारी को तोड़कर कर समतल किया गया. यहां भूमाफियाओं ने अवैध रूप से प्लॉटिंग कर दी थी . यूआईटी के अतिक्रमण निरोधी अधिकारी सोहन सिंह नरूका ने बताया कि जिला कलेक्टर के निर्देश थे की अतिक्रमण की शिकायत होने पर तुरंत कारवाही की जाए. इसी की पालना में आज ये करवाही की गई.


उन्होंने बताया की यूआईटी की जमीनों को देखा जा रहा है. जो अतिक्रमण के दायरे में उन्हें मुक्त कराया जायेगा. आज अतिक्रमण हटाकर यूआईटी का बोर्ड लगा दिया गया हे. उन्होंने अपील की है कि जो लोग प्लॉट खरीदे वो पहले जमीन के बारे में देख ले.ताकि किसी भी तरह की परेशानी से बचा जा सके.


ये रहे मौजूद
इस मौके पर अलवर यूआईटी के अतिक्रमण निरोधी अधिकारी सोहन सिंह नरूका ,विशेष अधिकारी योगेश डागुर , यूआईटी अलवर का अतिक्रमण निरोधी दस्ता मोजूद था. इसके अलावा एनईबी थाना अधिकारी राजेश वर्मा मय पुलिस जाब्ते के मौके पर मौजूद थे. अलवर यूआईटी के एस ई, एक्सईएन, टेक्निकल टीम सहित करीब 40 कर्मचारी भी इस कार्रवाई में शामिल रहे. 


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