Rajasthan Assembly Election 2023: बीएलओ ने सरपंच के कहने पर काट दिए 30 मतदाताओं के नाम,जीवित को बता दिया मृत
Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में शनिवार को वोटिंग है, उससे पहले अलवर से हैरान करने वाली खबर है, यहां बीएलओ ने सरपंच के कहने पर काट दिए 30 मतदाताओं के नाम,जीवित को बता दिया मृत.बूथ पर जाकर किया हंगामा,ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया.
Rajasthan chunav 2023: अलवर के गोविंदगढ़ परिक्षेत्र के रामगढ़ विधानसभा के बूथ संख्या 231 पर 30 से अधिक मतदाताओं का वोटर लिस्ट में से नाम काटने पर हंगामा कर दिया. जब ग्रामीणों ने बीएलओं से अपना मतदाता सूची से नाम काटने के बारे में पूछा तो बीएलओ ने कहा कि मैंने सरपंच के कहने पर नाम काटे हैं, और कुछ लोग मर चुके हैं.
लेकिन बीएलओ के पास मर चुके लोगों का ना तो मृत्यु प्रमाण पात्रता है, ना ही पलायन कर चुके लोगों की कोई एनओसी थी.केवल सरपंच के कहने पर मतदाता सूची से नाम काटने का आरोप ग्रामीण लग रहे हैं, इतना ही नहीं ग्रामीणों के द्वारा मतदान बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.
संदीप गिल, सिमरन गिल, लखविंदर गिल, बलजीत आदि ने बताया कि सुबह जब हमने वोटर लिस्ट में अपने परिवार और हमारा नाम देखा तो हमारा नाम कटा हुआ था, हमने जब बीएलओ लाखन अली से बात करी तो उन्होंने कहा कि सरपंच के कहने पर मैंने नाम काटे हैं.
वहीं, हमारे परिवार के सदस्यों का नाम काट दिया है, जो जीवित है बीएलओ ने कहा कि इन लोगों की मृत्यु हो चुकी है जबकि मौके पर यह लोग जीवित हैं, ग्रामीणों ने कहा कि हम मतदान केंद्र के कल सुबह ताला लगाएंगे और ना तो हम मतदान करेंगे ना ही किसी को करने देंगे. सभी ग्रामीणों ने मतदान बहिष्कार का निर्णय लिया है. आरोप है कि सरपंच को सरपंच के चुनाव में वोट न देने के चलते मतदाता सूची से नाम कटवाया गया है.
फर्जी वोट डलवाने की करते रहें बात
इतना ही नहीं जब ग्रामीणों के द्वारा मतदाता सूची से नाम काटने पर हंगामा किया गया. बीएलओ सहित सरपंच परिवार के लोग कहने लगे आपकी 30 नाम काटे हैं, जो आपके लोग यहां पर नहीं हैं, हम उन 30 लोगों की वोट डलवा देंगे. मतलब साफ था कि प्रशासन एक तरफ निष्पक्ष मतदान करने की अपील कर रहा है. लेकिन यहां पर सरपंच परिवार सहित बीएलओ की मौजूदगी में फर्जी मतदान करने को लेकर रणनीति बनाते रहे.
जो मरे और पलायन करके उनके नहीं काटे नाम
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि नाम मतदाता सूची से कटने को लेकर भेदभाव किए गए मतदाता सूची में सैकड़ो नाम ऐसे हैं, जिनकी मृत्यु हो चुकी है और गांव से पलायन कर चुके हैं.लड़कियां शादी कर चुकी हैं, लेकिन उनके नाम नहीं काटे गए क्योंकि वह सरपंच और वर्तमान विधायक सफिया खान से सीधा ताल्लुक रखते हैं. उन लोगों की फर्जी वोट डालेंगे. इसीलिए नाम नहीं काटे जबकि हमारे वोट मौजूद होने के बाद भी नाम काट दिए गए.
मेरा मतदाता सूची से नाम काट दिया गया
संदीप गिल, मतदाता बूथ संख्या 231 से हैं, वो कहते हैं कि मैं मंडपुरी कला गांव में निवास कर रही हूं.मेरा मतदाता सूची से नाम काट दिया गया सरकार एक तरफ तो कह रही है कि सभी मतदान करें अब मुझे यह बताएं कि मैं कहां मतदान करूं और मेरे मत का उपयोग कैसे करूं यह मेरे साथ सरासर अन्याय है.
मैंने नहीं काटा एसडीएम ऑफिस से ही काटा गया है
लाखन अली कहते हैं कि जिन लोगों की मृत्यु हो गई है उन लोगों का मतदाता सूची से नाम काटा है संदीप गिल का नाम गलती से कट गया मैंने नहीं काटा एसडीएम ऑफिस से ही काटा गया है.
Reporter- Swadesh Kapil
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