कृषि कॉलेज में छात्रा की मौत, गुस्साए छात्रों ने कॉलेज में की तोड़फोड़, प्रबंधन ने आरोपों को नकारा
किशनगढ़ बास के भिवाड़ी- करोली मेघा हाईवे स्थित स्थित जीएलएम कृर्षि कॉलेज में छात्रों नें माइग्रेशन की बीमारी से छात्रा हेमलता कुमावत की मौत के मामले को लेकर शनिवार को कॉलेज में प्रदर्शन किया.
अलवर: किशनगढ़ बास के भिवाड़ी- करोली मेघा हाईवे स्थित स्थित जीएलएम कृर्षि कॉलेज में छात्रों नें माइग्रेशन की बीमारी से छात्रा हेमलता कुमावत की मौत के मामले को लेकर शनिवार को कॉलेज में प्रदर्शन किया. कॉलेज में छात्रों द्वारा प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक अतुल अग्रे, थाना अधिकारी अमित कुमार चौधरी मौके पर पहुंचे तथा विद्यार्थियों से समझाइश कर कालेज प्रशासन से मामले की जानकारी ली. विद्यार्थियों नें कॉलेज प्रशासन पर मनमानी और लापरवाही का आरोप भी लगाया. जीएलएम कृर्षि कॉलेज में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थियों नें आरोप लगाया कि कॉलेज प्रशासन नें छात्रा को उनके गंतव्य स्थान पर नहीं छोड़ा तथा तेज धूप में पैदल चलनें के कारण छात्रा की हालत बिगड़ने के कारण उसकी मौत हो गई. छात्रों नें आरोप लगाते हुए विभिन्न बिंदुओं के मांग पत्र पर कॉलेज प्रशासन की सहमति की मांग की, जिसमें कॉलेज प्राचार्य को हटाये जानें, निशुल्क बस सुविधा दिये जानें, कॉलेज समय प्रात: 09 से दोपहर 02 बजे तक किए जानें, विश्वविद्यालय नियमों के अनुसार कॉलेज में नियम लागू करनें सम्बधी मांग की है.
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने मृतक छात्रा के परिवार जनों को 20 लाख का मुआवजा छात्रा के भाई को सरकारी नौकरी व कॉलेज प्रिंसिपल को तत्काल प्रभाव से हटाया जाकर छात्रा की मौत की निष्पक्ष जांच कराए जानें की मांग रखते हुए मांग पूरी नहीं होने तक कॉलेज नहीं आने की चेतावनी दी है. करीब 2 घंटे की समझाइश के बाद भी छात्र-छात्राओं का गुस्सा शांत नहीं होनें की सूचना पर पुलिस उपाधीक्षक अतुल अग्रे, थानाधिकारी अमित चौधरी मौके पर कॉलेज पहुंचे तथा मामले को शांत करवाया.
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कॉलेज प्रबंधन ने आरोपों को नकारा
वहीं जीएलएम कृर्षि कॉलेज के निदेशक रितेश शर्मा नें बताया कि विद्यार्थियों नें जीएलएम कृषि कॉलेज के मुख्य द्वार को तोडक़र के अन्दर प्रवेश कर तोडफ़ोड़ की है जिसमें कॉलेज की एक बड़ी एसईडी तोड़ दिया गया तथा प्रर्दशन के दौरान कॉलेज में लगे सीसीटीवी कैमरे की लाईटों को बन्द कर दिया गया. जीएलएम कृर्षि कॉलेज के निदेशक रितेश शर्मा नें कॉलेज छात्रों के आरोप को निराधार बताते हुए बताया कि छात्रों द्वारा कॉलेज में तोडफ़ोड़ की गई है तथा अनुचित माँगों को मनवानें को लेकर कॉलेज प्राचार्य डा. प्रीति नायर पर दबाव बनाया गया है. छात्रों नें कॉलेज में चेनल द्वार का ताला तोडक़र कॉलेज में तोडफ़ोड़ करते हुए भारी नुकसान पंहुचाया है. कृर्षि कॉलेज के निदेशक रितेश शर्मा नें छात्रा की मौत को माईग्रेशन बिमारी से होनें के बताया है तथा कॉलेज छात्रों द्वारा लगाये सभी आरोपों को बिलकुल निराधार बताया है.
छात्रा माइग्रेन की बीमारी से थी पीड़ित
कॉलेज निदेशक रितेश शर्मा नें बताया कि छात्रा हेमलता कुमावत किशनगढ़ बास में काँकरा रोड पर किराये के मकान में रहती वह माईग्रेन की बीमारी से पीडि़त थी जिसका उसके परिजनों द्वारा इलाज करवाया जा रहा था. 9 जून को छात्रा हेमलता कुमावत कॉलेज से बिलकुल ठीक स्थिति में अपनें कमरे पर गई थी लेकिन माईग्रेन की बिमारी के कारण रात्रि करीब 09 बजे उसकी तबीयत खराब हो गई. तबीयत बिगडऩें पर उसे किशनगढ़ बास चिकित्सालय में ले जाया गया तथा ईलाज के दौरान तबीयत और अधिक बिगडऩें पर चिकित्सकों नें उसे अलवर के लिए रेफर कर दिया. छात्रा को सरकारी एंबुलेंस से अलवर ले भेजा गया लेकिन अलवर पहुंचने से पहले ही छात्रा नें रास्ते में दम तोड़ दिया.
कॉलेज प्रिंसिपल डा. प्रीति नायर का कहना था कि कॉलेज छात्र छात्राओं नें गेट पर ताला लगाकर कर्मचारियों को अंदर घुसनें नहीं दिया और कॉलेज परिसर में तोड़फोड़ की. छात्र छात्राओं की शिकायत पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी. छात्र करीब 1 महीने पहले ही घर से वापस किशनगढ़बास आई थी. मृतका छात्रा छात्रा हेमलता कुमावत के परिजनों द्वारा अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं कराया गया है.