Mundawar: अलवर जिले के शाहजहांपुर क्षेत्र के ग्रामीण बिजली कटौती से परेशान हैं. भीषण गर्मी का दौर जारी है ऐसे में बिजली कटौती ने आमजन को बेहाल कर दिया है. ग्रामीण क्षेत्रों के बात करें तो 6 से 7 घण्टों की बिजली कटौती ने लोगों को बेहाल कर दिया है.


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अघोषित बिजली कटौती से प्रोडक्शन पर खासा असर पड़ रहा है. महंगे दामों पर डीजल की खरीद कर जरनेटर चलाना लोगों को घाटे को सौदा दिख रहा है. बार बार बिजली कटौती से कम्पनी की हालत भी खस्ता नजर होती दिख रही है. कुछ कम्पनी संचालकों का कहना है कि कोरोना की मार झेल कर अभी तक उबरे नहीं अब बिजली कटौती ने हालात खराब कर दी है. लोगों का कहना है कि राजस्थान सरकार चाहे तो डीजल पर वैट कम करके राहत दे सकती है. पड़ोसी राज्य में डीजल 10 से 12 रुपये कम है.


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बिजली की मांग और आपूर्ति में अंतर बढ़ता जा रहा है. ऐसे में ऊर्जा विभाग के जिम्मेदारों ने प्रदेश में बिजली कटौती का फैसला कर ग्रामीणों को परेशानी में डाल दिया है. कस्बों में 4 से 6 घंटे तक कटौती की जा रही है. ऊर्जा विभाग और डिस्कॉम ने फैसला किया और अलवर में भीषण गर्मी की स्थिति और ऊर्जा की तेजी से बढ़ रही खपत को देखते हुए बिजली कटौती शुरू की गई. अघोषित बिजली कटौती से किसानों की खरीब की फसल जैसे कपास, ज्वार, सहित प्याज के कण सूखने से हालत खराब हो रहे हैं. किसानों का कहना है कि पहले ही पशुओं के चारे का संकट छाया हुआ है.


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