Rajasthan paper leak: राजस्थान में पेपर लीक का मामला अभी भी गर्म है. पेपर लीक पर भड़के बेरोजगार , रासुका लागू हो ,पेपर लीक की जांच सीबीआई से हो , वरना नेताओ का भविष्य लीक युवा करेगा , अलवर में राजस्थान बेरोजगार एकीकृत संघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव के नेतृत्व में एडीएम को  ज्ञापन सौंपा है.


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 राजस्थान में लगातार सामने आ रहे पेपर लीक मामलों में लगातार सरकार घिरती नजर आ रही है, हाल ही पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने भी कहा पेपर लीक के सरगना पर कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, अब प्रदेश में बेरोजगार संघ ने भी इस मामले में 20 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार को घेरा है. आज बेरोजगार संघ ने अलवर में एक रैली निकाली और जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा.



इस दौरान बेरोजगार एकीकृत संघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने चेतावनी दी सरकार आगामी विधान सभा सत्र में पेपर लीक मामले में सख्त निर्णय ले , रासुका लागू करें , पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए नहीं तो आगामी विधानसभा चुनावों में नेताओं का भविष्य युवा लीक करने वाला है.


इस मौके पर बेरोजगारों ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए कहा ,राजस्थान में 4 साल में करीब 9 भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं , लाख कोशिशों के बाद भी पेपर लीक की घटनाओं पर राजस्थान सरकार लगाम नहीं लगा पा रही.


जिससे अक्रोशित युवाओं ने अलवर शहर में युवा आक्रोश रैली का आयोजन किया. रैली कंपनी बाग से शुरू हुई और सैकड़ों की संख्या में युवाओं ने सड़कों पर उतर गहलोत सरकार हाय हाय, पेपर लीक बंद करो के नारे लगाए और जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर एडीएम नवीन यादव को ज्ञापन सौंपा.


रैली को संबोधित करते हुए युवा ने कहा कि यह युवा आक्रोश रैली है. कोई चुनावी स्टंट या वोट मांगने के लिए निकाली गई रैली नहीं है , ना इसमें गाड़ियां हैं , ना टेंट है , ना कोई खाने पीने की व्यवस्था , यह रैली सरकार को चेतावनी के लिए निकाली गई है कि आगामी नवंबर में चुनाव होने वाले हैं यदि सरकार ने पेपर लीक के खिलाफ कड़ा रुख नहीं अपनाया तो युवा नेताओं का भविष्य लीक कर देगा.


उन्होंने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि राज्य सरकार दोषी कर्मचारियों व डमी कैंडिडेट के खिलाफ सख्त कानून लाकर उन्हें निलंबित कर उनकी संपत्ति को जप्त कर उन पर कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई करें , आरोपियो की सम्पति जब्त हो , उन पर रासुका लागू हो ,ताकि पेपर लीक की घटनाओं पर विराम लगे. यहां मौजूद प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने कहा पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से हो , साथ ही 23 जनवरी को विधानसभा घेरने की भी बात कही गई.


उपेन यादव ने कहा एक भर्ती के लिए युवाओं को कई साल का संघर्ष करना पड़ता है. लेकिन बार-बार होती पेपर लीक की घटनाओं से युवाओं का मनोबल टूट चुका है, कई बार तो युवा अवसाद में आकर सुसाइड तक कर लेते हैं. लेकिन अब यह आगे नहीं चलेगा. केंद्र सरकार राज्य सरकार पर और राज्य केंद्र सरकार पर पेपर लीक की घटनाओं का ठीकरा फोड़ देती है.जबकि दोनों चाहें तो सख्त कानून लाकर पेपर लीक की घटनाओं पर हमेशा के लिए विराम लगाया जा सकता है.


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