Rajasthan: जयपुर इन सीटों पर मिलेंगे नए विधायक! गुलाबी ठंड में बढ़ी सियासी गर्माहट
क्या जयपुर में बदलेगी सियासी हवा या वहीं राज ? अब मतगणना से पहले जयपुर की जनता इसी सवाल का जवाब तलाशने में जुटी है. जयपुर शहर की 8 सीटों पर अपने अपने जीत के समीकरण देख रहे है.
Jaipur ELection 2023: क्या जयपुर में बदलेगी सियासी हवा या वहीं राज ? अब मतगणना से पहले जयपुर की जनता इसी सवाल का जवाब तलाशने में जुटी है. जयपुर शहर की 8 सीटों पर अपने अपने जीत के समीकरण देख रहे है. आखिर जयपुर की किसकी हवा चल रही है.
गुलाबी ठंड में सियासी गर्माहट
जयपुर को कौन जीतेगा, किसकी होगी हार? बीजेपी-कांग्रेस दोनों ही पार्टियों में सीधी टक्कर है. 2013 में कांग्रेस ने जीता था राजधानी जयपुर को 2023 में कौन जीतेगा पिंकसिटी को?
गुलाबी नगरी की गुलाबी ठंड के बीच अब सियासी गरमाहट को लेकर चर्चाएं जोरों पर है. चर्चा इसी बात कि की हमारा विधायक कौन होगा, आखिर मरुधरा का महाराज कौन होगा? 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 5 और बीजेपी ने 3 सीटें जीती. 2018 के चुनावों में कांग्रेस ने सिविल लाइंस, हवामहल, किशनपोल, आदर्श नगर झोटवाड़ा विधानसभा सीट जीत दर्ज की. वहीं बीजेपी ने विद्याधर नगर, सांगानेर, मालवीय नगर को जीता. अबकी बार जयपुर की अधिकतर सीटों पर सीधी टक्कर देखी जा रही है.
किन किन सीटों पर सबसे ज्यादा फाइट
आदर्श नगर- आदर्श नगर में बीजेपी ने नए चेहरे रवि नैयर को मैदान में उतारा था, वहीं कांग्रेस ने विधायक रफीक खान को टिकट दिया था. दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है. भले ही दोनों ही उम्मीदवार टक्कर देखी जा रही, लेकिन मुकाबला बेहद टफ है.
सांगानेर- सांगानेर में बीजेपी ने भजनलाल शर्मा को टिकट देकर चौकाया था. वहीं कांग्रेस ने पुष्पेंद्र भारद्धाज को फिर से टिकट देकर मैदान में उतारा था. अब दोनों के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है.
हवामहल- हवामहल में बीजेपी और कांग्रेस ने दोनों ही पार्टियों ने नए उम्मीदवारों को मैदान में उतारा. हवामहल से बालमुकुंद आचार्य और कांग्रेस ने आरआर तिवारी को टिकट दिया. यहां ज्यादा ध्रुवीकरण और तुष्टिकरण का मुद्दा हावी रहा.
मालवीय नगर- मालवीय नगर में दोनों ही पार्टियों ने पुराने चेहरे पर दांव खेला. बीजेपी से कालीचरण सराफ और कांग्रेस ने अर्चना शर्मा को टिकट दिया था. दोनों के बीच अबकी बार कांटे की टक्कर देखी जा रही है.
जयपुर की बाकी सीटों पर कांटे का मुकाबला देखा जा रहा है, लेकिन इन 4 सीटों पर हार-जीत का अंतर बहुत कम रह सकता है. ऐसे में आखिर कौन जीतेगा कौन हारेगा, इसकी मुहर 3 दिसंबर को लग पाएगी.
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