Bhilwara, Mandalgarh, Asind, Jahazpur, Vidhansabha Seat: भीलवाड़ा विधानसभा चुनाव की तारीख के घोषित होने के बाद से लगातार राजनीतिक सरगम या तेज हो गई हैं भाजपा ने सबसे पहले 41 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी करके राजनीति राजनीतिक चर्चाओं को जहां तेज कर दिया था तो वही आज भाजपा की दूसरी और कांग्रेस की पहली लिस्ट सामने आने के बाद भीलवाड़ा की साथ में से 6 विधानसभा सीटों की स्थिति साफ हो गई है. भीलवाड़ा, मांडलगढ़, आसींद व जहाजपुर सीटों पर भाजपा अपने उम्मीदवार रिपीट किए है. भाजपा की पहली सूची आने के बाद कुछ सीटों पर चेहरे बदले जाने की चर्चा चल रही थी, लेकिन इस लिस्ट के बाद वह चर्चा खत्म हो गई है. भाजपा ने भीलवाड़ा विधानसभा सीट से विट्ठल शंकर अवस्थी को चौथी बार, आसींद से जब्बर सिंह को दूसरी बार, मांडलगढ़ से गोपाल खंडेलवाल व जहाजपुर से गोपीचंद मीणा को दूसरी बार मैदान में उतारा है. वही कांग्रेस ने एक सिर्फ एक सीट मांडलगढ़ पर विवेक धाकड़ को उम्मीदवार घोषित किया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

भीलवाड़ा विधानसभा सीट


भीलवाड़ा विधानसभा (180)
कुल वोटर – 2 लाख 77 हजार 602


पुरूष वोटर – 1 लाख 42 हजार 081
महिला वोटर – 1 लाख 35 हजार 521


2018 का विधानसभा चुनाव


भाजपा - विट्‌ठल शंकर अवस्थी - 93हजार198
निर्दलिय – ओमप्रकाश नाराणीवाल – 43हजार620


कांग्रेस – अनिल कुमार डांगी - 18 हजार 941


- भीलवाड़ा विधानसभा को भाजपा की परम्परागत सीट माना जाता है. 1977 से 10 विधानसभा चुनाव हो चुके है. इसमें 2 बार कांग्रेस ने जीत हासील की है. 1985 में परमवीरसिंह व 1998 में देवेंद्रसिंह कांग्रेस से जीते थे. 2008 से भाजपा इस सीट पर विट्‌ठल शंकर अवस्थी को मैदान में उतार रही है. और वह जीत हासील कर रहे है. अवस्थी ने अपना पहला चुनाव आसींद से लड़ा था. वहां उन्हें हाल का सामने करना पड़ा था. अवस्थी संघ के अच्छे कार्यकर्ता माने जाते है.


आसींद विधानसभा (177)
कुल वोटर – 2 लाख 95 हजार 759


पुरूष वोटर – 1 लाख 48 हजार 680
महिला वोटर – 1 लाख 47 हजार 079


2018 का विधानसभा चुनाव


भाजपा - जब्बरसिंह – 70 हजार 249
कांग्रेस – मनीष मेवाड़ा - 70 हजार 095


आरएलपी - मनसुख गुर्जर – 42 हजार 070


- इस सीट पर 2008 से भाजपा जीत रही है. 1977 से अब तक हुए 10 चुनाव में 5 बार भाजपा, तीन बार कांग्रेस, एक बार जेएनपी व एक बार निर्दलीय ने जीत हासील की है.
- जब्बरसिंह को भाजपा ने 2018 में पहली बार टिकट दिया था. यह उनका पहला चुनाव था. इससे पहले उन्होंने कोई भी चुनाव नहीं लड़ा.


जहाजपुर विधानसभा (182)


कुल वोटर – 2 लाख 46 हजार 394


पुरूष वोटर – 1 लाख 25 हजार 749
महिला वोटर – 1 लाख 20 हजार 694


2018 का विधानसभा चुनाव


भाजपा - गोपीचंद मीणा - 94 हजार 970
कांग्रेस – धीरज गुर्जर – 81 हजार 717


इस सीट पर हुए पिछले 10 चुनाव में 5 बार कांग्रेस, 3 बार भाजपा, एक बार जेएनपी व 1 बार जेडी ने जीत हासील की है. इस सीट पर गोपीचंद मीणा को दुसरी बार टिकट दिया गया है.


मांडलगढ़ विधानसभा (183)
कुल वोटर – 2 लाख 47 हजार 835


पुरूष वोटर – 1 लाख 25 हजार 950
महिला वोटर – 1 लाख 21 हजार 885


2018 का विधानसभा चुनाव
भाजपा - गोपाल खंडेलवाल – 68 हजार 481


कांग्रेस – विवेक धाकड़ – 58 हजार 148
निर्दलिय – गोपाल मालवीय - 42 हजार 163


इस सीट पर 1977 से हुए चुनाव में 6 बार कांग्रेस, 3 बार भाजपा व एक बार जेएनपी ने जीत हासील की है. यहां सबसे ज्यादा चार बार विधायक कांग्रेस के शिवचरण माथुर रहे है. यहां कांग्रेस पिछले दो चुनाव से विवेक धाकड़ को मैदान में उतार रही है. जिन्हें हार का सामना करना पड़ रहा है. गोपाल खंडेलवाल को इस सीट से भाजपा ने दूसरी बार उतारा है.


गोपीचंद मीणा की जानकारी


गोपीचंद मीणा 48 साल के है. यह वर्तमान में जहाजपुर सीट से विधायक है. इन्होंने स्नातक तक पढ़ाई की है. यह एक साल तक सीआरपीएफ व दो साल तक पीटीई टीचर रहे है. इनके दो बेटे व दो बेटियां है. यह आरएसएस के सक्रीय कार्यकर्ता रहे है. मीणा समाज विकास संस्था के अध्यक्ष रहे है. यह भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष रह चुके है.


गोपाल खंडेलवाल की जानकारी


गोपाल खंडेलवाल (गोपाललाल शर्मा) मांडलगढ़ से विधायक है और इन्हें दूसरी बार पार्टी ने टिकट दिया है. खंडेलवाल की उम्र 62 साल हो चुकी है. इन्होंने स्नातक की पढाई की है. खंडेलवाल पहले भीलवाड़ा यूआईटी के चेयरमैन रह चुके है. इसके साथ ही पार्टी ने इन्हें कई क्षेत्रों में हुए चुनाव का प्रभारी भी बनाया था. साथ ही ब्राह्मण समाज, विश्व हिंदू परिषद सहित हिंदू संगठनों में कई पदों पर है.


जब्बरसिंह सांखला की जानकारी


जब्बरसिंह खांखला आसींद के विधायक है और पार्टी ने दूसरी बार यहीं से टिकट दिया है. सांखला ने 2018 में पहली बार विधायक का चुनाव लड़ा था. यह 40 सालों से संघ के सक्रीय कार्यकर्ता है. इसके अलावा भाजपा युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष, भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष, भाजपा ओबीसी जिला उपाध्यक्ष व जिलाध्यक्ष के पद पर रह चुके है.
भीलवाड़ा विधानसभा सीट पर अब तक 16 बार चुनाव हुए हैं, इसमें एक उप चुनाव भी शामिल है. इन 16 बार के चुनाव में यहां से सर्वाधिक 8 बार भाजपा को जीत मिली है, जबकि कांग्रेस को 7 बार और एक बार जनता पार्टी के खाते में विधायकी गई है, लेकिन पिछले दो दशक से ये सीट भाजपा का गढ़ बन गई है. पिछले चार चुनाव से भीलवाड़ा सीट पर कमल ही खिल रहा है. वर्तमान में भाजपा से विट्ठल शंकर अवस्थी यहां से विधायक हैं. विट्ठल शंकर अवस्थी पिछले तीन चुनाव से इस सीट पर दीवार बनकर खड़े हैं. कांग्रेस इस सीट पर जीत हासिल करने के लिए दो दशक से प्रयास कर रही है, लेकिन हर बार उसे सफलता ही हाथ लगी है. यहां वर्ष 1998 में कांग्रेस से विजयी हुए देवेंद्र सिंह विधानसभा उपाध्यक्ष रहे थे.


पिछले चुनाव में यह रहा परिणाम


वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से 17 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था. इसमें बीजेपी के विट्ठल शंकर अवस्थी ने कांग्रेस के प्रत्याशी को हराया था. चुनाव में बीजेपी के विट्ठल शंकर अवस्थी को 93198 व कांग्रेस से प्रत्याशी अनिल डांगी को 18941 वोट मिले थे. वहीं, निर्दलीय ओमप्रकाश नारायणीवाल को 43620, बसपा से शंकर लाल सेन को 529, एसडीपीआई से अब्दुल सलाम अंसारी को 8468, एलजेपी से इरफान शेख को 154, आम आदमी पार्टी से सुनील आगीवाल को 1388 वोट मिले थे.


ये भी पढ़ें- 


Rajasthan Weather Update : स्वेटर के साथ दिवाली मनाने को रहें तैयार, वेस्टर्न डिस्टर्बेंस हो रहा है एक्टिव


मोदी सरकार ने जनता की उम्मीदों को तोड़ा है, ERCP पर सिर्फ जुमलेबाजी..