Jaipur News: राजस्थान में बहुमत मिलने के बाद 48 घंटे बाद भी बीजेपी में मुख्यमंत्री का चेहरा तय नहीं हो पाया है. मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर प्रदेश में सियासी हलचल चल रही है. वहीं दूसरी ओर मंगलवार को बीजेपी और निर्दलीय विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से मुलाकात की तथा कुछ विधायक दूसरे दिन भी पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के आवास पर पहुंचे. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रभारी अरुण सिंह सहित सभी विधायकों ने एक सुर में कहा केंद्रीय नेतृत्व जो चेहरा तय करेगा वो सर्वमान्य होगा. वहीं वरिष्ठ नेता राजेंद्र राठौड़ ने पूर्व सीएम राजे को लेकर कहा कि कोई कंफ्यूजन नहीं है, कहीं भी दो खेमे नहीं है, एक खेमा है सिर्फ नरेंद्र मोदी ब्रिगेड का खेमा.


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राजस्थान बीजेपी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि राजस्थान में विधानसभा चुनाव किसी एक चेहरे पर पर नहीं हुआ है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे और कमल निशान पर यह चुनाव हुए हैं. अब मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला भी संसदीय बोर्ड की बैठक में ही तय होगा. मंगलवार सुबह भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह भी सीपी जोशी के आवास पर पहुंचे , इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के आवास पर विधायकों की मुलाकात पर तो कुछ नहीं बोला लेकिन उन्होंने इस बात को लेकर साफ कर दिया कि भाजपा के पास विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा है, उसी चेहरे पर चुनाव जीता गया है, सीएम फेस को लेकर अरुण सिंह ने कहा कि जो पार्लियामेंट बोर्ड तय करेगा वह सभी को मान्य होगा.


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विधायकों से मिलने का सिलसिला जारी रहा
वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी से मिलने के लिए गांधी नगर आवास और बीजेपी प्रदेश कार्यालय में सुबह से ही विधायकों का सिलसिला लगा रहा. जोशी से मिलने पहुंचे विधायकों में शिव से निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी , सांगानेर विधायक भजनलाल शर्मा ,जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा गांधी नगर पहुंचे, वहीं बीजेपी प्रदेश कार्यालय में अजमेर उत्तर विधायक वासुदेव देवनानी, नगर से विधायक जवाहर सिंह बेढम, डीग कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेष सिंह, नवलगढ़ विधायक विक्रम जाखल, कठूमर विधायक रमेश खींची, जमवारामगढ़ विधायक महेन्द्र पाल मीणा, नावां विधायक विजय सिंह चौधरी, जायल विधायक मंजू बाघमार, ब्यावर विधायक शंकर सिंह रावत, भीम विधायक हरीसिंह रावत, बिलाड़ा विधायक अर्जुनलाल गर्ग, लूणी विधायक जोगाराम पटेल, कामां से विधायक नौक्षम चौधरी और कोटपूतली विधायक हंसराज पटेल ने बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी और अन्य नेताओं से मुलाकात की. वहीं दूसरी ओर बीजेपी विधायक जाेगाराम सहित एक दर्जन विधायकों ने मंगलवार को भी वसुंधरा राजे से मुलाकात की.


बदल गए सुर, अब मिले सुर मेरा तुम्हारा 
विधायक गोपीचंद मीणा सूर बदले बदल गये है. गोपी. नन्द मीणा ने एक दिन पहले सोमवार को पूर्व से वसुंधरा राजे के आवास पर भी पहुंचे थे, जहां पर उन्होंने कहा था कि वसुंधरा राजे ही सर्वमान्य नेता है, उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए, लेकिन आज जब उनसे पूछा गया कि आप आज सीपी जोशी मुलाकात करने हैं तो उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते शिष्टाचार मुलाकात करने के लिए वह यहां पहुंचे हैं, मुख्यमंत्री के सवाल पर उनके सूर बदलते हुए नजर आए, उन्होंने कहा कि संगठन का जो निर्णय है वही सर्वोपरि होना चाहिए. प्रधानमंत्री हमारे नेता हैं पार्लियामेंट्री बोर्ड जो तय करेगा हमें उसे स्वीकार करेंगे. इसी प्रकार का रिएक्शन सभी विधायकों को और नेताओं का रहा.


क्या बोले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ 
इधर निवर्तमान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने अपनी हार पर कहा कि मुझे जनादेश स्वीकार्य है. सात बार की जीत का रथ रुका है, खुद आत्म आत्म विलोचन कर रहा कि मेरे में कोई होगी जो जीत नहीं पाया. अपनी हार सहर्ष स्वीकार कर रहा हूं , क्या कारण कि मैं जीत नहीं पाया हूं. वहीं राठौड़ ने विधायक दल की बैठक और नेता की बात पर कहा कि विधायक दल की बैठक भी होगी, पर्यवेक्षक भी तय होगा और सब सामने आएंगे. सर्वसम्मत फैसला भी लिया जाएगा. विधायकों में कन्फ्यूजन की बात पर राठौड़ ने कहा कि कोई कन्फ्यूजन नहीं है, दो खेमें नहीं है, एक खेमा है सिर्फ नरेंद्र मोदी के ब्रिगेड का खेमा .