JAIPUR: जिसने जीता हवा महल, उसकी ही बनी सरकार! क्या बंपर वोटिंग ने बदला हवा का रुख?
Hawa Mahal Jaipur Election 2023: हवामहल को जिसने जीता वहीं पार्टी सत्ता में आई,अबकी बार बंपर वोटिंग के बाद किसकी तरफ होगा हवा का रूख?
Jaipur Election 2023: चारदीवारी में बंपर वोटिंग के बाद अब सवाल ये है कि क्या परकोटे की सियासी हवा बदलने वाली है,क्या हवामहल में बदलाव की बयार देखने को मिलेगी.हवामहल विधानसभा क्षेत्र में रिकार्डतोड वोटिंग के बाद अब चर्चाएं जोरों पर है,आखिर इतना वोटिंग प्रतिशत क्यो बढा?
हवामहल की आंधी में उडे दिग्गज
हवामहल की हवा का रूख जानिए, 20 साल में जिस पार्टी के उम्मीदवार ने हवामहल जीता,उसी पार्टी की सरकार बनी..जो हारा,वो पार्टी सत्ता से बाहर! हवामहल की हवा का राजस्थान के सियासी समीकरण से गहरा नाता है.20 साल से जिस पार्टी का उम्मीदवार हवामहल की सियासी हवा में जीता,वो पार्टी सत्ता में आई.हवामहल सीट जीतने के बाद से उस पार्टी को सत्ता में आने का मौका मिला.सुरेंद्र पारीक,ब्रजकिशोर शर्मा,महेश जोशी ने जीत दर्ज की,तब तब अपनी अपनी पार्टी की सरकार बनी.अबकी बार हवामहल में 3.38 प्रतिश्त अधिक मतदान हुआ है.चौकाने वाली वोटिंग के बाद अब क्या परिणाम भी चौकाने वाले होंगे? हालाकि कांग्रेस के आरआर तिवारी और बीजेपी के बाल मुकुंद आचार्य अपनी अपनी जीत का दावा कर रहे है.कांग्रेस कह रही कि गहलोत की 7 गारंटी हावी,वहीं बीजेपी मोदी फैक्टर बता रही.
हवामहल में हवा चली,सरकार बनी
चुनाव कांग्रेस प्रत्याक्षी बीजेपी प्रत्याक्षी जीत हुई वोटो से जीत
2003 रिखभचंद्र शाह सुरेंद्र पारीक बीजेपी 7,089
2008 ब्रजकिशोर शर्मा मंजू शर्मा कांग्रेस 580
2013 ब्रजकिशोर शर्मा सुरेंद्र पारीक बीजेपी 12715
2018 महेश जोशी सुरेंद्र पारीक कांग्रेस 9282
26 साल तक रहा भंवरलाल का गढ
हवामहल की सीट से बडे बडे दिग्गज हवा में उडे,लेकिन भंवरलाल शर्मा बीजेपी से ऐसे उम्मीदवार थे,जिन्होंने बडी-बडी सियासी आंधी का सामना किया और वे लगातार 6 बार जीतते गए. 1977 से लेकर 2003 तक हवामहल की सीट से भंवरलाल शर्मा ने जीत दर्ज कर रिकार्ड बनाया.इस दौरान 1 बार जनता दल और 5 बार बीजेपी से चुनाव लडकर जीत दर्ज की थी.
कांग्रेस के ये दिग्गज हारे
कांग्रेस के बनवारी लाल गुप्ता,महेश जोशी,दिनेश चंद्र स्वामी,रामेश्वर प्रसाद माहेश्वरी की हार हुई.हवामहल से अबकी बार कांग्रेस से आरआर तिवारी ने और बीजेपी से महंत बाल मुकुंद आचार्य के बीच कडी टक्कर है.ऐसे में अबकी बार हवा का रूख किस करवट लेगा.इसका पता 3 दिसंबर को लग जाएगा.
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