Banswara: राजस्थान के बांसवाड़ा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए जिला कारागृह से फरार हुए कैदी को पाटन क्षेत्र से गिरफ्तार किया. पुलिस अब तक फरार हुए 3 कैदियों में से 2 कैदियों को पकड़ चुकी है. अभी भी एक कैदी फरार चल रहा है और पुलिस उसकी तलाश कर रही है. 


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जिला जेल पुलिस ने तीन महीने पहले बैरक खोदकर जेल से फरार कैदी कमलेश भाबोर (20) निवासी छोटी बिजौरी, कुशलगढ़ को गिरफ्तार कर लिया. कैदी को पकड़ने के लिए मुखबिरों का जाल फैलाया गया और कैदी के घर के आसपास निगरानी रखी गई. 


रविवार देर रात आरोपी कमलेश के घर पर आने की सूचना मिली. इस पर भूंगड़ा थानाधिकारी दीपक कुमार और पाटन थानाधिकारी कांतिलाल के साथ मय जाब्ता कैदी कमलेश के घर पर दबिश देकर उसे डिटेन कर कोतवाली थाना पुलिस को सुपुर्द किया. मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड प्रवीण निनामा को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है.  


गौरतलब है कि 9 जून रात को जिला जेल की आमद बैरक में कैद चार बंदियों में से तीन बंदी कमलेश भाबोर, परमेश डामोर और प्रवीण निनामा ने थाली को हथियार बना बैरक कि खिड़की के नीचे एक सुरंग बनाई और एक अन्य दीवार को फांदते हुए मेन वॉल तक पहुंचे. यहां तीनों आरोपियों ने एक के ऊपर एक चढ़कर कंबल की सहायता से मेन वॉल पर लगी बिजली की तारों को फांद कर फरार हो गए थे. चौथा बंदी डर के कारण नहीं भागा था. जेल से भागने के बाद कमलेश और परमेश रतलाम की तरफ निकल गए थे. 


कैदी कमलेश ने प्रारंभिक पूछताछ में बताया कि जेल से फरार होने के बाद वह जंगल के रास्ते रतलाम रोड पर पहुंचा, जहां वह एक ट्रक पर सवार हो रतलाम के रास्ते गुजरात भाग निकला. कैदी ने फरारी के तीन महीनों के दौरान सूरत, दमन और अन्य जगहों पर मजदूरी कर गुजारा किया. तीन महीने बाद कैदी ने घर के आसपास मूवमेंट करनी शुरू की थी. इस दौरान चोरी छिपे अनंत चतुर्दशी पर कैदी पहली बार घर आया था, लेकिन पुख्‍ता सूचना के अभाव में कैदी फरार हो गया. 


Reporter- Ajay Ojha 


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