Banswara News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के वन विभाग के कार्मिक अपनी विभिन्न मांगों को लेकर तीसरे दिन भी कार्य का बहिष्कार करते हुए धरने पर बैठ हुए हैं. जिले भर के वनकर्मी उपवन संरक्षक कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और कार्य बहिष्कार करते हुए अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.


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 आज सभी कार्मिकों और रेंजर से राजस्थान सरकार और वन विभाग प्रशासन के खिलाफ धरना स्थल पर जमकर नारेबाजी की. आज 5 कर्मचारियों ने मुंडन कराया. कार्मिकों ने कहा की हमारी मांगों को जब तक नही माना जायेगा तब तक हम धरना प्रदर्शन करने रहेंगे.


रेंजर विश्वेंद्र सिंह ने बताया की राजस्थान के वनकर्मी अपने 15 सूत्रीय मांग पत्र को लेकर लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांगों से अवगत भी करा चुके हैं. लेकिन राजस्थान सरकार उनकी मांगों पर गौर नहीं कर रही है. इसी के चलते प्रदेश व्यापी आह्वान पर जिले में भी वन कर्मी हड़ताल पर उतर आए हैं.


 जंगलों में राजकार्य करने वाले वनकर्मियों को मेस भत्ता राशि 2200 रुपये करने, विभाग में कार्यरत कार्य प्रभारी कर्मियों को सेवा नियम के दायरे में लेते हुए अन्य विभागों की तरह पदोन्नति एवं नवीन पद नाम सहायक वनरक्षक करने, अवैध शिकार, अतिक्रमण, खनन एवं हिंसक वन्यजीवों के रेस्क्यू करने वाले वनकर्मियों को विशेष भत्ता देने, वनकर्मियों का ग्रेड पेबढ़ाने की मांग लंबे समय से चली आ रही है. 


वहीं, वन कर्मियों को साइकिल भत्ते के रूप में 50 दिया जा रहा है जो एक मजाक की तरह है. अवैध शिकार, खनन और अतिक्रमण जैसे गैर वानिकी कार्यों की रोकथाम के लिए स्वयं की सुरक्षा हेतु वनकार्मिकों को हथियार देने की भी मांग की गई है. 


सरकार वन कर्मियों की 15 सूत्रीय मांगों पर गौर नहीं करती है तो वनकर्मी अपना कार्य बहिष्कार जारी रखेंगे. आज सरकार के खिलाफ हमारे पांच कार्मिकों ने मुंडन भी किया है.


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